उत्तराखंड के केदारनाथ में मंगलवार सुबह एक निजी कंपनी का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। यह हादसा केदारनाथ से 2 किलोमीटर दूर गरुड़ चट्टी में हुआ। केदारनाथ तक पहुंचने के लिए कई निजी कंपनियों को लाइसेंस जारी किए गए हैं और उनके हेलिकॉप्टर के जरिए लोग केदारनाथ धाम तक पहुंचते हैं।
इस हादसे में पायलट की भी मौत हो गई है। ये सभी लोग केदारनाथ से दर्शन कर लौट रहे थे।
हेलिकॉप्टर केदारनाथ से उड़ा था और गुप्तकाशी जा रहा था और इसे 33 किलोमीटर की दूरी तय करनी थी। कई लोग गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम तक पैदल जाते हैं और उसमें काफी वक्त लग जाता है। इसलिए बड़ी संख्या में लोग हेलिकॉप्टर के जरिए जाते हैं। गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम तक पहुंचने में हवाई यात्रा के जरिए 10 मिनट का वक्त लगता है।
इन दिनों केदारनाथ में मौसम भी बहुत खराब है और यह सवाल उठ रहा है कि खराब मौसम में हेलिकॉप्टर को उड़ने की अनुमति क्यों दी गई या फिर इसके उड़ान भरने के बाद मौसम खराब हुआ।
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए। हादसे में मारे गए लोगों के शवों को बरामद कर लिया गया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं।
शाह ने जताया दुख
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि इस दुखद घटना के विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
स्थानीय विधायक ने इस मामले में न्यूज़ चैनल आज तक से बातचीत में कहा कि यह घटना कोहरे के कारण हुई है। बताया जा रहा है कि जब यह हेलिकॉप्टर गरुड़ चट्टी के ऊपर से गुजर रहा था तब इसमें आग लग गई, आग किस वजह से लगी, इसका पता नहीं चल सका है।
अपनी राय बतायें