उत्तर प्रदेश के रायबरेली में दलित अत्याचार का एक घिनौना मामला सामने आया है। इसमें कुछ युवक दलित युवक की पिटाई करते नज़र आते हैं और उसे पैर चाटने पर मजबूर करते हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है। वैसे, देश में ऐसी जाति आधारित हिंसा के मामले जब तब आते रहे हैं। इसमें वैसे मामले भी शामिल हैं जिनमें दलितों को शादी के दौरान घोड़े पर बैठने या मूँछ रखने पर उत्पीड़न का शिकार होना पड़ता है।
राय बरेली के इस ताज़ा मामले में एक रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने कहा है कि 7 आरोपियों को गिरफ़्तार किया है। स्थानीय रिपोर्टों में कहा गया है कि पीड़ित किशोर की माँ ने आरोपियों में से एक के घर मजदूरी की थी और किशोर उस मजदूरी के पैसे मांगता था।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि युवक हाथ जोड़े खड़ा है और एक युवक उसे बेल्ट जैसी किसी चीज से पिटता है। वीडियो में आगे दिखता है कि पीड़ित जमीन पर दोनों हाथों से कान पकड़े हुए बैठा है। आरोपी मोटरसाइकिल पर बैठा हुआ दिखता है। आसपास खड़े दूसरे लोग हँस रहे होते हैं। पीड़ित जमीन पर डर के मारे कांप रहा होता है। और फिर मोटरसाइकिल पर बैठा आरोपी पीड़ित को पैर चाटने के लिए मजबूर करता है।
मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर एफ़आईआर दर्ज की है। घटना 10 अप्रैल को हुई थी। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो बयान में पुलिस अधिकारी ने कहा है, 'पीड़ित छात्र ने थाने में शिकायत दी थी जिसके बाद यूपी पुलिस ने उससे मारपीट करने वालों के ख़िलाफ़ क़ानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।'
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि घटना 10 अप्रैल को हुई और पीड़ित की लिखित शिकायत के बाद गिरफ्तारियां की गईं। मामले के कुछ आरोपी तथाकथित ऊंची जातियों के हैं।
रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित 10वीं कक्षा की छात्रा है और अपनी विधवा मां के साथ रहता है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित की मां ने कुछ आरोपियों के खेतों में काम किया था और पीड़ित उनसे उस काम के लिए पैसे मांग रहा था। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपी इसी से नाराज़ हो गया। वीडियो से भी पता चलता है कि आरोपियों ने पीड़ित को गाली दी, उसके साथ मारपीट की, उसे एक आरोपी का पैर चाटने के लिए मजबूर किया और इस घटना का वीडियो भी बनाया।
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