उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को छठे चरण में 57 सीटों पर वोट डाले गए। इनमें 11 सीटें आरक्षित हैं। कुल मिलाकर 55.79 फ़ीसदी वोटिंग हुई। इससे पहले 5 बजे तक 53.31% % मतदान हुआ था। इस चरण में 10 जिलों में मतदान हुआ। इन जिलों के नाम- गोरखपुर, अंबेडकर नगर, बलिया, बलरामपुर, बस्ती, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर हैं।
बीजेपी को 2017 के विधानसभा चुनाव में इन 57 में से 46 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022
— CEO UP #DeshKaMahaTyohar (@ceoup) March 3, 2022
छठे चरण के अंतर्गत 10 जनपदों में अपराह्न 01 बजे तक कुल औसतन मतदान 36.33% रहा।#ECI#AssemblyElections2022#GoVote#GoVoteUP_Phase6 pic.twitter.com/f5W3PbH743
ये चुनावी दिग्गज हैं मैदान में
इस चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही पत्थरदेवा, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र त्रिवेदी इटवा, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह बांसी, राज्य मंत्री श्री राम चौहान गोरखपुर खजनी और जयप्रकाश निषाद रुद्रपुर से चुनाव मैदान में हैं।
योगी का पहला विधानसभा चुनाव
योगी आदित्यनाथ के चुनाव मैदान में होने के कारण गोरखपुर शहर निश्चित रूप से सबसे हॉट सीट है। गोरखपुर शहर सीट पर कुल 4.5 लाख मतदाता हैं। इनमें कायस्थ मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। इस सीट पर कायस्थ मतदाता 95,000, ब्राह्मण मतदाता 55,000 और क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या 25,000 है। इसके अलावा इस सीट पर 50,000 मुसलिम, 25,000 यादव और 20,000 दलित मतदाता और अन्य जातियों के मतदाताओं की संख्या 30,000 है।
1989 के बाद से अब तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है। बीते कुछ महीनों में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खासा जोर पूर्वांचल पर रहा था। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर की गोरक्षनाथ पीठ के महंत हैं। वह यहां से 5 बार सांसद रहे हैं और हिंदू फायर ब्रांड नेता की छवि की वजह से गोरखपुर व आसपास के इलाकों में उनके समर्थकों की एक बड़ी तादाद है।
योगी आदित्यनाथ का यह पहला विधानसभा चुनाव है। देखना होगा कि उनके विधानसभा चुनाव लड़ने से क्या बीजेपी को गोरखपुर जिले और आसपास की सीटों पर कोई फायदा मिलता है।
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सपा ने बीजेपी के पूर्व नेता उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी सुभावती शुक्ला को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि दलित नेता और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद भी यहां योगी आदित्यनाथ को चुनौती दे रहे हैं।
मोदी-योगी से उम्मीद
छठे और सातवें चरण में बीजेपी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़ी उम्मीद है। क्योंकि छठे चरण में गोरखपुर और इसके आसपास के जिलों में मतदान हो रहा है जबकि सातवें चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी और इसके आसपास के जिलों में मतदान होना है। इन इलाकों में सपा और बीएसपी भी काफी मजबूत रही है लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को यहां अच्छी सफलता मिली थी।
पश्चिम से शुरू हुआ चुनाव अवध, बुंदेलखंड से होता हुआ पूर्वांचल तक आ पहुंचा है। अब तक के सभी चरणों में बीजेपी और सपा गठबंधन के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिली है। हालांकि कई सीटों पर बीएसपी, कांग्रेस की भी दमदार मौजूदगी रही है।
उत्तर प्रदेश में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दिग्गजों ने पूरा जोर लगा दिया है। चुनाव नतीजों की तारीख भी नजदीक आ चुकी है। देखना होगा कि उत्तर प्रदेश में कौन सरकार बनाता है।
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