अयोध्या में बन रहा राम मंदिर बेहद मजबूत बना है जो कि सदियों तक सुरक्षित रहेगा। इसको लेकर दावा किया जा रहा है कि यह मंदिर बाढ़ और भूकंप के खतरों से बचा रहेगा। यह मंदिर करीब 2500 वर्ष तक सुरक्षित रहेगा।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मंदिर की डिजाइन बनाने वाले अहमदाबाद के आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा ने कहा है कि राम मंदिर का हिमालय क्षेत्र में आने वाली गंभीर तीव्रता की बाढ़ और भूकंप के प्रतिरोध के लिए परीक्षण किया गया है। इन परीक्षणों के बाद कहा जा सकता है कि यह अगले 2,500 साल तक बरकरार रहेगा।
81 वर्षीय चंद्रकांत सोमपुरा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि वह "स्वास्थ्य कारणों" के कारण 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जाएंगे, लेकिन उनकी इच्छा है कि जब मंदिर पूरा हो जाए, तो "सभी धर्मों के लोगों के लिए खोला जाना चाहिए"।
इंडियन एक्सप्रेस की यह रिपोर्ट कहती है कि, चंद्रकांत सोमपुरा ने देश और विदेश में 200 से अधिक मंदिरों को डिजाइन किया है। वह अब खुश हैं कि इस परियोजना पर उनके बेटे आशीष की भी मुहर है जो पेशेवर डिग्री के साथ परिवार में पहला मंदिर वास्तुकार है।
चंद्रकांत सोमपुरा ने अयोध्या में बने इस राम मंदिर की परियोजना में चुनौतियों के बारे में भी बताया है। उन्होंने बताया कि कैसे इस परियोजना ने पारंपरिक रूप से प्रशिक्षित आर्किटेक्ट्स के उनके परिवार में प्रौद्योगिकी के एकीकरण की शुरुआत की है।
चंद्रकांत सोमपुरा के पुत्र और मंदिर के सह-डिजाइनर आशीष ने कहा है कि "हमें लगता है कि हम इस कार्य के लिए चुने गए थे" क्योंकि प्रभास पाटन में सोमनाथ मंदिर का निर्माण चंद्रकांत सोमपुरा के दादा प्रभाशंकर ने "बिल्कुल उसी स्थान पर किया था जहां पहले शिवलिंग था"।
आशीष ने कहा कि यह "दुनिया का पहला मंदिर" होगा, जिसके निर्माण से पहले आपदा प्रतिरोध के लिए 3डी संरचनात्मक विश्लेषण किया गया है। इसमें रिक्टर पैमाने पर 8 तक के भूकंप का विश्लेषण भी शामिल हैं।
रूड़की में केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान ने यह सुनिश्चित करने के लिए संरचनात्मक विश्लेषण किया कि "चाहे कोई भी आपदा आए, इस मंदिर को कुछ नहीं होगा"।
आशीष ने कहा, "यह उच्चतम स्तर की बाढ़ (अब तक दर्ज) से 20 फीट अधिक में भी सुरक्षित रहेगा। इस मंदिर की दूसरी अनूठी विशेषता इसका 'सूर्य तिलक' होगा, जहां छत (शिखर) पर लेंस लगाए जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सूर्य की किरणें "राम नवमी के दिन मूर्ति के माथे" पर पड़ें।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर, चंद्रकांत सोमपुरा ने कहा कि "वे इसे मोदीजी की परियोजना के रूप में देख रहे हैं लेकिन 1951 में राष्ट्रपति ने सोमनाथ मंदिर का उद्घाटन किया था।
उन्होंने कहा कि "मंदिर सभी धर्मों के लोगों के लिए खुला होना चाहिए। मैं टोपी पहन सकता हूं, और अगर मैं नमाज पढ़ना जानता हूं, तो मस्जिद में जा सकता हूं। हमें किसी को क्यों रोकना चाहिए, यह मेरी राय है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस से पहले भी, चंद्रकांत सोमपुरा ने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के अनुरोध पर मस्जिद के तीन गुंबदों को बरकरार रखते हुए और उसके बगल में मंदिर के साथ राम मंदिर का एक मॉडल बनाया था, लेकिन विश्व हिंदू परिषद ने इसे मंजूरी नहीं दी थी।
मंदिर का निर्माण पत्थरों को आपस में जोड़ने की पारंपरिक तकनीक से किया गया है, सोमपुरा ने बताया कि कैसे लार्सन एंड टुब्रो, जिसे ठेका मिला था, को इस तकनीक के बारे में आश्वस्त होना पड़ा।
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पीएम मोदी ने जारी किया डाक टिकट
पीएम नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर गुरुवार को स्मारक डाक टिकट जारी किया है। उन्होंने कुल 6 डाक टिकट जारी किए हैं। जिसमें राम मंदिर, भगवान गणेश, हनुमान, जटायु, केवट और शबरी पर डाक टिकट शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने भगवान राम पर जारी टिकटों से जुड़ी एक पुस्तक का भी अनावरण किया है।डाक टिकट जारी करने के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर कहा है कि, आज पवित्र अयोध्या धाम की विरासत और भगवान श्री राम को समर्पित स्मारक डाक टिकट जारी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर दुनिया भर में प्रभु श्री राम पर जारी टिकटों से जुड़ी एक पुस्तक का अनावरण भी किया।
उन्होंने लिखा है कि मुझे विश्वास है कि स्मारक डाक टिकट और यह पुस्तक आने वाली कई पीढ़ियों को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के इस पावन अवसर का स्मरण कराती रहेगी।
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22 जनवरी को 7 राज्यों में रहेगा ड्राई डे
अयोध्या मेंं 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होना है। इसको लेकर देश भर के करोड़ो लोगों में भारी उत्साह है। 22 जनवरी के दिन देश के 7 राज्यों में शराब की दुकानें बंद रहेंगी। इन राज्यों में इस दिन ड्राई डे रहेगा। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, उत्तराखंड और हरियाणा शामिल हैं।22 जनवरी को देश के केंद्रीय संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी रहेगी। केंद्र सरकार ने गुरुवार को इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि सुबह से लेकर दोपहर 2.30 बजे तक सरकारी कार्यालयों और स्कूल-कॉलेजों में आधे दिन की छुट्टी रहेगी। इस दौरान लोग अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लाइव देख सकते हैं।
वहीं 5 राज्यों ने 22 जनवरी को हेने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा और हरियाणा शामिल हैं। इसके साथ ही राजस्थान सरकार ने इस दिन आधे दिन के अवकाश की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि 22 जनवरी के दिन सभी शिक्षण संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में छुट्टियां रहेगी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से 22 जनवरी को दिवाली की तरह ही उत्सव मनाने की अपील की है।
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