loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
52
एनडीए
28
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
223
एमवीए
54
अन्य
11

चुनाव में दिग्गज

पूर्णिमा दास
बीजेपी - जमशेदपुर पूर्व

आगे

चंपाई सोरेन
बीजेपी - सरायकेला

आगे

हाथरस में राहुल- लापरवाही की जांच हो, ग़रीब हैं तो दिल खोल कर मुआवजा दें सीएम

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हाथरस पहुंचे। उन्होंने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, 'कई लोगों की जान चली गई है। मैं इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं कहना चाहता, लेकिन प्रशासन की कमी तो है। इसका पता लगाना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन लोगों को मुआवजा मिलना चाहिए।' 

उन्होंने कहा, 'हाथरस हादसे के पीड़ित परिवारों को सही मुआवजा मिलना चाहिए। ये लोग गरीब परिवार से हैं, मुश्किल समय है इनके लिए। मुआवजा ज़्यादा से ज़्यादा मिलना चाहिए। यूपी के सीएम से विनती करता हूँ कि दिल खोलकर मुआवजा दें। ग़रीब लोग हैं इसको इनकी ज़रूरत है।' उन्होंने यह भी कहा कि यह समय पर मिलना चाहिए।

हाथरस दौरे से पहले गांधी सुबह-सुबह अलीगढ़ के पिलखना गांव में रुके थे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से बातचीत भी की। इसके बाद वह हाथरस के लिए रवाना हुए थे। यहाँ भी वह पीड़ितों से मिले। हाथरस में सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोग मारे गए थे। भगदड़ 2 जुलाई की शाम को धार्मिक उपदेशक सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ 'भोले बाबा' के सत्संग में हुई थी। 

राहुल गांधी का पीड़ितों से मिलने का यह दौरा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बुधवार को हाथरस का दौरा करने और पीड़ितों से मिलने के बाद हुई है। कांग्रेस ने राहुल के पीड़ितों के साथ मिलने की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है कि 'इस मुश्किल वक्त में हम आपके साथ खड़े हैं।'

उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस में हुई भगदड़ के सिलसिले में गुरुवार को सत्संग के छह आयोजकों को गिरफ्तार किया है। मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की बात कही गई। पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और जांच जारी है, लेकिन मामले में नारायण साकार विश्व हरि या 'भोले बाबा' का नाम नहीं लिया गया है।  

पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, धार्मिक समागम में 2.50 लाख से अधिक लोग शामिल हुए, जबकि प्रशासन ने इस आयोजन के लिए 80,000 लोगों को अनुमति दी थी। एफआईआर में आगे आरोप लगाया गया है कि सत्संग आयोजकों ने साक्ष्य छिपाकर और आस-पास के खेतों में उनके अनुयायियों की चप्पलें और अन्य सामान फेंककर कार्यक्रम में लोगों की वास्तविक संख्या को छिपाने की कोशिश की। भगदड़ तब मची जब अनुयायी भोले बाबा की एक झलक पाने के लिए दौड़े और एक-दूसरे से टकरा गए। 

ख़ास ख़बरें
उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को स्वयंभू बाबा की तलाश में मैनपुरी के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया। इस घटना में आयोजकों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। मैनपुरी के पुलिस उपाधीक्षक सुनील कुमार ने गुरुवार को कहा था कि 'भोले बाबा' अपने आश्रम के अंदर नहीं मिले।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को घटनास्थल का दौरा किया और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए।
मामले की समग्रता और जाँच में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। न्यायिक आयोग अगले दो महीनों में भगदड़ की घटना की जांच करेगा और अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा। 
उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

'भोले बाबा' को लेकर अब सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या उनको बचाया जा रहा है? हाथरस में सत्संग में 121 लोगों की मौत हो गई तो क्या सत्संग करने वाले नारायण साकार हरि उर्फ ​​'भोले बाबा' ज़िम्मेदार नहीं हैं? आख़िर एफ़आईआर में उनका नाम क्यों नहीं है? और उनकी गिरफ़्तारी क्यों नहीं हो पाई है? क्या आयोजकों को नामजद कर बाबा को बचाने की कोशिश हो रही है? अब तक बाबा सामने क्यों नहीं आ रहे हैं? सूरज पाल उर्फ भोले बाबा दलित समुदाय से आते हैं। उनके कई राज्यों में अनुयायी हैं। ऐसे अनुयायियों की संख्या लाखों में है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें