जरा इन कुलपति महोदय का भाषण सुनिए, ये छात्रों को हत्या करने के लिए उकसा रहे हैं। इन महोदय का नाम है डॉ. राजा राम यादव और ये वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति हैं। कुलपति के बयान पर तो उनके ख़िलाफ़ हत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज़ किया जाना चाहिए। राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को भी इस पर गंभीर होना चाहिए कि कैसे कुलपति के ऊँचे ओहदे पर बैठा एक व्यक्ति छात्रों से कह रहा है कि अगर किसी से झगड़ा हो जाए तो उसका मर्डर कर दो।
शायद कुलपति इस बात को नहीं जानते कि देश में क़ानून का राज है, कोई निरंकुश व्यवस्था नहीं जहाँ वह झगड़ा होने पर मर्डर को जायज ठहरा सकें। कुलपति की जानकारी के लिए उन्हें बता दें कि भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या के लिए उकसाना धारा 302/109 के अंतर्गत गंभीर अपराध है।
डॉ. यादव से उम्मीद तो यह की जानी चाहिए कि वे छात्रों को जीवन में अच्छा काम करने की और मन लगाकर पढ़ने की सीख देंगे। वह यह शिक्षा देंगे कि छात्र किसी से लड़ाई होने पर ‘विद्या ददाति विनयं’ से सीख लेते हुए विनम्र बने रहेंगे, लेकिन हो इसका उलट रहा है। कहते हैं कि व्यक्ति जीवन में जितनी विद्या ग्रहण करता है वह विनम्र होता जाता है, लेकिन डॉ. यादव के विडियो को सुनकर ऐसा नहीं लगता। डॉ. यादव का अगर आप बायोडेटा पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि वह काफ़ी पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं, कई छात्र उनके निर्देशन में पीएचडी कर चुके हैं।
डॉ. यादव का एक विडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है जिसमें वह छात्रों को हत्या करने के लिए उकसाते दिख रहे हैं। डॉ. यादव कह रहे हैं कि युवा छात्र वही होता है जो पर्वत की चट्टान पर पैर मारता है तो उससे पानी की धार निकल जाती है, उसी को छात्र कहते हैं।
डॉ. राजा राम यादव कुलपति बनने से पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय में लंबे समय तक भौतिक विज्ञान के प्रोफ़ेसर रहे हैं।
अपनी राय बतायें