बीएसपी सुप्रीमो मायावती के इस बयान पर कि चीन के मुद्दे पर वह बीजेपी के साथ हैं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने तीख़ा कटाक्ष किया है। पहले पढ़िए, मायावती ने क्या कहा था। बीएसपी सुप्रीमो ने कहा था, ‘जब-जब भी देश के हित के मुद्दे आए हैं, तो हमने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कांग्रेस का भी साथ दिया और बीजेपी का भी बराबर साथ दिया है। चीन के मुद्दे पर हम बीजेपी के साथ खड़े हैं, क्योंकि देश हित में बीजेपी की सरकार जो भी फ़ैसला लेगी, हम उनके साथ खड़े हैं।’
प्रियंका ने मायावती के इस बयान पर उन्हें घेर लिया। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘जैसा कि मैंने कहा था कि विपक्ष के कुछ नेता बीजेपी के अघोषित प्रवक्ता बन गए हैं, जो मेरी समझ से परे है। इस समय किसी राजनीतिक दल के साथ खड़े होने का कोई मतलब नहीं है। हर हिंदुस्तानी को हिंदुस्तान के साथ खड़ा होना होगा, हमारी सरजमीं की अखंडता के साथ खड़ा होना होगा।’
कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा, ‘और जो सरकार देश की सरज़मीं को गँवा डाले, उस सरकार के ख़िलाफ़ लड़ने की हिम्मत बनानी पड़ेगी।’
प्रियंका ने कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को ललकारा था और विपक्ष के नेताओं पर भी जोरदार हमला बोला था। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा था कि यूपी सरकार अपने विभागों द्वारा उन्हें फिज़ूल की धमकियाँ देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है। कांग्रेस महासचिव ने कहा था कि सरकार जो भी कार्रवाई करना चाहती है, बेशक करे लेकिन वह सच्चाई को सामने रखती रहेंगी। प्रियंका का यह बयान आगरा में कोरोना मरीजों की मौत को लेकर किए गए ट्वीट पर डीएम द्वारा उन्हें नोटिस भेजने पर आया था।
‘इंदिरा गांधी की पोती हूँ’
कांग्रेस नेत्री ने विपक्ष के नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा था, ‘मैं इंदिरा गांधी की पोती हूँ, विपक्ष के कुछ नेताओं की तरह बीजेपी की अघोषित प्रवक्ता नहीं।’ यह पहला मौक़ा था जब प्रियंका ने विपक्ष के नेताओं पर खुलकर इतना करारा वार किया था। कांग्रेस लगातार यह आरोप लगाती रही है उत्तर प्रदेश के विपक्षी राजनीतिक दल योगी आदित्यनाथ सरकार के ख़िलाफ़ नहीं बोलते।
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