सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों पर केंद्रीय एजेंसी आयकर विभाग के छापे का समय सरकार ने गलत चुना है। यूपी में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इन छापों को सरकार की दमनकारी नीति से सपा समेत सभी विपक्षी दल जोड़ेंगे। इससे सपा के प्रति जनता की हमदर्दी बढ़ सकती है।
सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 में संशोधन का विधेयक लाने जा रही है। इसके जरिए लड़कियों की उम्र 18 से 21 साल करने का प्रस्ताव है। जाटों की खाप पंचायतें इसका विरोध कर रही हैं। हरियाणा में 2 जनवरी को महापंचायत बुलाई गई है। लेकिन इनके अलावा बहुत लोग इसके विरोध में हैं।
शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की 16 दिसम्बर को मुलाकात हो चुकी है। लेकिन आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी, जिसने दोनों को एक किया। हालांकि इसमें आजम खान की सलाह शामिल थी लेकिन शिवपाल ने जमीनी स्तर पर दौरा करके जान ली थी हकीकत...
करीब दो महीने बाद पांच राज्यों यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और
मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन प्रधानमंत्री का सारा फोकस यूपी
पर है। अब वो चार कार्यक्रमों में फिर से यूपी जा रहे हैं।
मोदी के दौरे ने उस तथ्य को फिर से उजागर कर दिया है कि केंद्र में सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही तय होता है।
बीजेपी और निषाद पार्टी की संयुक्त रैली में अमित शाह ने कहा कि सपा-बसपा की सरकारों में माफ़ियाओं को बढ़ावा दिया गया लेकिन योगी सरकार ने माफ़ियाओं को उखाड़ फेंका है।
कभी एक-दूसरे की फूटी आँखों न सुहाने वाले शिवपाल यादव और अखिलेश यादव अब फिर से क़रीब आ गए हैं। क्या उत्तर प्रदेश की विधानसभा चुनाव में हवा का रुख बदला हुआ है?
संघ प्रमुख बीते कई सालों में कई बार जोड़ने और एकजुटता वाली बात को कह चुके हैं लेकिन सवाल यह है कि उनकी इन बातों का कोई असर आख़िर हिंदू संगठनों पर क्यों नहीं हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी आख़िर पत्रकारों पर क्यों बौखला गए? लखीमपुर खीरी में किसानों को रौंदने के मामले में फँसे उनके बेटे को लेकर क्या उनपर दबाव है?