तमाम आला नेता तो बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार में जुटे ही हैं लेकिन बीजेपी के चुनावी चाणक्य कहे जाने वाले गृह मंत्री अमित शाह की बड़ी भूमिका इस चुनाव में रहेगी।
आरएसएस ने हैदराबाद में 5 जनवरी को बीजेपी के साथ समन्वय बैठक बुलाई है। हालांकि एजेंडा हैदराबाद के नाम बदलने पर बताया गया है लेकिन दरअसल यह बैठक यूपी समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर है। यूपी के राजनीतिक हालात को संघ उसकी राजनीतिक शाखा बीजेपी के अनुकूल नहीं मान रहा है।
केंद्र सरकार पर अखिलेश यादव के फोन टैपिंग के आरोपों के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी आरोप लगाया है कि उनके बच्चों के इंस्टाग्राम एकाउंट सरकार ने हैक कराए।
यूपी चुनाव में ध्रुवीकरण नई चीज नहीं है। लेकिन 2017 में यूपी विधानसभा और 2019 में केंद्र में बीजेपी सरकार बनने के बाद यह उम्मीद थी कि इस बार शायद विकास के मुद्दे पर कम से कम बीजेपी चुनाव लड़ेगी। लेकिन सारा माहौल धार्मिक और जातीय ध्रुवीकरण की तरफ बढ़ता दिख रहा है। इस खेल में सारे राजनीतिक दल शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच स्मार्ट फोन और स्कूटी बांटने की जंग शुरू हो चुकी है। सपा पहले ही लैपटॉप बांटकर इसकी शुरुआत हो चुकी है। योगी सरकार पहले चरण में एक लाख लोगों को स्मार्ट फोन और टैब बांटने जा रही है। कांग्रेस अपनी महिला प्रत्याशियों को स्कूटी देगी
प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों और बयानों ने यूपी का सियासी माहौल गरमा दिया है। शाहजहांपुर में शनिवार को मोदी ने योगी को उपयोगी बताया तो अखिलेश यादव ने कुछ देर बाद ही पलटवार किया और योगी सरकार को अनुपयोगी बता डाला।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ताबड़तोड़ लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों में जुटी योगी आदित्यनाथ सरकार आज एक और बड़े प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने जा रही है।