रामपुर से पूर्व मंत्री आजम खान एक बार फिर सपा का परचम लेकर चुनाव में कूदने को तैयार हैं। बीजेपी ने उनके मुकाबले आकाश सक्सेना को उतारा है। रामपुर फिर से कांटे की चुनावी लड़ाई लड़ेगा। जानिए पूरी कहानी।
विवादों में रहे मौलाना तौकीर रज़ा की इत्तेहद-ए-मिल्लत काउंसिल के साथ कांग्रेस ने गठबंधन आख़िर क्या सोचकर किया है? क्या इससे कांग्रेस को कुछ भी फायदा होगा?
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में वर्चुअल प्रचार के लिए बीजेपी ने अपना हाइब्रिड मॉडल तैयार किया है। इसमें मुख्य फोकस उत्तर प्रदेश है। जानिए बीजेपी की तैयारी का पूरा हाल।
अपर्णा यादव को बीजेपी किस सीट से चुनाव लड़ाएगी यह देखना दिलचस्प होगा। क्योंकि बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे मयंक जोशी के लिए लखनऊ कैंट सीट से टिकट मांग रही हैं।
यूपी चुनाव में बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ सपा के लिए प्रचार करने आ रही है। अखिलेश यादव के लिए यह बड़ा समर्थन होगा, क्योंकि ममता यूपी में भी कापी लोकप्रिय हैं। पढ़िए पूरी खबर।
बीजेपी में इस बार टिकट वितरण को लेकर तमाम नेताओं के बीच जंग हो रही है। पार्टी इस बात पर नाराज है कि सांसद-विधायक अपने बेटे-बेटियों के लिए टिकट मांग रहे हैं। जबकि बीजेपी परिवारवाद राजनीति की विरोधी रही है। जानिए पूरी कहानी।
चंद्रशेखर आजाद दलित समाज के मुद्दों को उठाते रहे हैं। वह सीएए के खिलाफ हुए आंदोलनों में भी सक्रिय रहे थे। उनके मैदान में उतरने से सपा को क्या नुकसान होगा?
सुन्नी बरेलवी मसल के मौलाना तौकीर रजा खान ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस के समर्थन का ऐलान किया है। इसका कितना असर पड़ेगा, जानते हैं इस रिपोर्ट से।