मैनपुरी उपचुनाव को लेकर सपा ने आज बुधवार को चुनाव आयोग से की गई शिकायत में आरोप लगाया कि वहां पुलिस और अन्य सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। जानिए पूरी बातः
आजम खान ने कहा कि यह चेतावनी दी गई है कि हम लोग घरों में रहें और बाहर ना निकलें। उनके पास इसकी रिकॉर्डिंग है जिसमें लोगों से कहा गया है कि अगर समाजवादी पार्टी को वोट दिया तो घर खाली करा लिए जाएंगे।
क्या देश में नफ़रत फैलाने के लिए कुछ लोग जानबूझकर माहौल बना रहे हैं? आख़िर एक शख्स मुसलिम बनकर क्यों श्रद्धा वालकर की हत्या को जायज ठहरा रहा था और दक्षिणपंथी लोग उसको साझा क्यों कर रहे थे?
अभी तक चूहों के शराब पी जाने की खबरें बिहार से आती थीं लेकिन अब यूपी के मथुरा से खबर आई है कि वहां चूहे 60 लाख का गांजा ही हजम कर गए। जानिए पूरा मामलाः
पंकज मौर्य ने सीतापुर पुलिस को बताया कि उसे इस बात का शक हो गया था कि उसकी पत्नी रिश्ते में उसके साथ धोखा कर रही है। इसके बाद उसने अपनी पत्नी को ठिकाने लगाने का फैसला किया। पंकज और ज्योति की शादी को 10 साल हो चुके थे।
यूपी में तीन उपचुनाव हो रहे हैं, लेकिन अखिलेश सिर्फ मैनपुरी में ही घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। आखिर ऐसा क्या हैं, बात जब कुनबे की आती है तो यादव परिवार एकजुट हो जाता है लेकिन वही बात अन्य जगहों पर नजर नहीं आती। इन्हीं सवालों को उठाती यह रिपोर्टः
9 नवंबर को प्रिंस यादव आराधना को अपनी बाइक पर बैठा कर एक मंदिर में ले गया। जब वे लोग मंदिर पर पहुंचे तो प्रिंस यादव ने सर्वेश यादव की मदद से आराधना को एक गन्ने के खेत में ले जाकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उन दोनों ने उसके शव के 6 टुकड़े किए और उन्हें पॉलिथीन बैग में भरकर एक कुएं में फेंक दिया। लेकिन हत्या को अंजाम क्यों दिया गया?
उत्तर प्रदेश सरकार ने मस्जिद के लिए जिस जमीन को आवंटित किया, उसे लेकर किस तरह की आपत्तियां सामने आ रही हैं। मस्जिद का निर्माण करने वाले ट्रस्ट का कहना है कि इन आपत्तियों को खत्म करने की जिम्मेदारी सरकार की है लेकिन इसमें देर क्यों हो रही है?
रामपुर विधानसभा सीट से आज़म खान 10 बार विधायक रह चुके हैं। इस सीट पर सपा की जीत का पूरा दारोमदार सिर्फ आज़म खान पर ही है। बीजेपी की जीत के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सहित कई बड़े नेता जोर लगा रहे हैं।
रामपुर और आजमगढ़ के बाद बीजेपी की कोशिश मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भी जीत हासिल करने की है। यह तय है कि इस उपचुनाव में बसपा को मिलने वाला वोट जिसके खाते में जाएगा, उसकी जीत की संभावना मजबूत हो जाएगी। बसपा का वोट किसे मिलेगा?
मैनपुरी में बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य ने नामांकन तो भर दिया है लेकिन शिवपाल यादव का रुख स्पष्ट हो जाने के बाद यह चुनाव डिंपल के लिए आसान हो गया। सैफई में बुधवार को बैठक में शिवपाल समर्थकों ने बहू डिंपल का प्रचार करने का फैसला किया है।
मैनपुरी उपचुनाव ने शिवपाल यादव को दुविधा में डाल दिया है। वो तय नहीं कर पा रहे हैं कि घर की बहू का विरोध करें या फिर बीजेपी प्रत्याशी का समर्थन करें। बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य ने शिवपाल को अपना गुरु बताया है। बहरहाल, मैनपुरी उपचुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। पढ़िए पूरी रिपोर्टः
रामपुर और आजमगढ़ में लोकसभा का उपचुनाव हारने के बाद अब अखिलेश यादव के सामने अपनी निजी प्रतिष्ठा और अपने पिता मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक विरासत को बचाने की बड़ी चुनौती है। लेकिन क्या वह अपने चाचा शिवपाल यादव को अपने साथ ला पाएंगे?
समाजवादी पार्टी ने यहां से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी व पूर्व सांसद डिंपल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है। मैनपुरी के अलावा रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है।