स्वामी प्रसाद मौर्य ने कल बुधवार को होटल में महंत राजूदास और उनके समर्थकों के बीच मारपीट को ओबीसी बनाम सवर्ण मुद्दा बना दिया है। उनका कहना है कि बीजेपी वाले मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। यह सब तब से हो रहा है जब से मैंने राम चरित मानस की दलित और महिला विरोधी चौपाई की निन्दा की है।
रामचरितमानस पर टिप्पणी से शुरू हुआ मामला अब हिंसा तक पहुँच चुका है। जानिए, आख़िर क्यों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और संत राजू दास परमहंस में कथित हाथापाई हो गई।
पीड़ित परिवार की तरफ से 5 करोड़ के मुआवजा, घर के दो सदस्यों की सरकारी नौकरी, परिवार को आजीवन पेंशन, मृतक के दोनों बेटों को सरकार की तरफ से आवास की मांग की गई थी।
जनप्रतिनिधि अधिनियम के प्रावधान दो साल या उससे ज्यादा की सजा पाया कोई व्यक्ति किसी भी सदन का सदस्य नहीं रह सकता। इसी प्रावधान के तहत ही अबदुल्ला आजम को अपनी विधानसभा की सदस्यता गंवानी पड़ी है।
मामले में कुल 42 लोगों पर 302, 307,436,429,323,34 धाराओं में मुकद्दमा दर्ज किया गया है। एसडीएम पर कार्रवाई करते हुए उनको तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है, जबकि लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सुनवाई के बाद बाकी सभी लोगों को दोषमुक्त करार देकर छोड़ दिया गया है जबकि आजम खान और बेटे को दो साल की सजा सुनाई गई है। अब्दुल्ला, इससे पहले 2017 के विधानसभा में भी अपनी विधायकी गंवा चुके हैं।
गोपाल कृष्ण और शिवम का आरोप है कि अशोक, अनिल, पुतन, बड़े, गेंदन उनके घर में आग लगा कर वहां से भाग गये। पीड़ित परिवार का कहना है अवैध कब्जे की बार बार शिकायत कर तहसील प्रशासन से सांठ-गांठकर उनका घर गिरवा दिया।
जाति व्यवस्था को लेकर मोहन भागवत के बयान से क्या स्वामी प्रसाद मौर्य को ताक़त मिली है? जानिए उन्होंने खुद को शूद्र बताते हुए भागवत को क्या चुनौती दे दी।
यूपी में समाजवादी पार्टी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी और राम चरित मानस के मुद्दे पर बीजेपी और आरएसएस को घेर लिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जहां भागवत से स्पष्टीकरण मांगा, वही स्वामी प्रसाद मौर्य ने राम चरित मानस से शूद्र वाली लाइन हटाने की मांग आज सोमवार को फिर दोहराई। दूसरी तरफ यूपी पुलिस राम चरित मानस का कथित तौर पर अपमान करने वालों पर धड़ाधड़ एनएसए लगा रही है। बीजेपी ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर कार्रवाई की मांग की है।
र्ज कराई गई एफआईआर में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य, देवेंद्र प्रताप यादव, यशपाल सिंह लोधी, सत्येंद्र कुशवाहा, महेंद्र प्रताप यादव, सुजीत यादव, नरेश सिंह, एसएस यादव, संतोष वर्मा और मोहम्मद सलीम को नामजद किया गया है।
अडानी समूह का टेंडर रद्द करने के बाद अब डिस्कॉम नए सिरे से टेडंर प्रक्रिया का शुरु करने पर विचार कर रहा है। सूत्रों के हवाले से माना जा रहा है कि दूसरे पावर डिस्कॉम भी एमवीवीएनएल की राह पर चल सकती हैं।
रामचरित मानस की एक चौपाई को लेकर विवाद छिड़ा है और इसके बाद शूद्र का मुद्दा उठा है। जानिए, राम मंदिर नींव की पहली ईंट रखने वाले दलित समुदाय के कामेश्वर चौपाल क्या कहते हैं।
शिलाएं आने के बाद अयोध्या में मेले जैसा माहौल है। श्रद्धालु भारी तादाद में शिला पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। जनकपुर से जो लोग शिला लेकर आएं हैं, उन्हें उम्मीद है कि इसी से भगवान राम की मूर्ति बनेगी। हालांकि अन्य राज्यों से भी मूर्ति बनाने के लिए पत्थर मंगाए गए हैं। मांग की गई है कि शालिग्राम के पत्थरों से सीता जी की भी मूर्ति बनाई जाए।
दो साल पहले हाथरस जाने के दौरान रास्ते में ही गिरफ़्तार कर लिए गए पत्रकार सिद्दीक कप्पन जमानत मिलने के एक माह बाद भी आख़िर जेल से रिहा क्यों नहीं हो पाए थे? जानिए वजह।