सर्जिकल स्ट्राइक के बाद की परिस्थितियों ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में रणनीति बदलने को मजबूर कर दिया है। कांग्रेस बीजेपी विरोधी मतों का बँटवारा रोकेगी और सपा-बसपा गठबंधन के रास्ते में रोड़े नहीं अटकाएगी।
उत्तर प्रदेश में गठबंधन की राजनीति अभी स्थिर नहीं हो पाई है। बीजेपी गठबंधन में शामिल अपना दल ने राज्य के गठबंधनों को अस्थिर कर दिया है और पार्टी नेता आशीष पटेल हार्ड बार्गेनर बनकर उभरे हैं।
अमेठी में ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री के उद्धाटन को लेकर राहुल गाँधी और स्मृति ईरानी आमने-सामने आ गए हैं। प्रधानमंत्री ने कल ही अमेठी में फ़ैक्ट्री का उद्घाटन किया था।
बसपा के साथ गठबंधन पर पिता की नाराज़गी को लेकर अखिलेश यादव ने कहा है कि मुलायम को रिकॉर्ड वोटों से चुनाव जिताने के लिए ही उन्होंने बसपा से हाथ मिलाया है।
पुलवामा शहीदों की शहादत के बीच बीजेपी के कार्यकर्ताओं को उनकी पार्टी का झंडा लगाने से रोकने वाले एनएसयूआई जिलाध्यक्ष उदय त्यागी को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है।
रिहाई मंच ने मुज़फ्फरनगर का दौरा किया है और रासुका की कार्रवाई पर योगी सरकार से पूछा है कि वह बताए कि दलित और मुसलमान राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किस तरह ख़तरा हैं।
जानकारों के अनुसार, मायावती अपना मत किसी को भी ट्रांसफ़र करा सकती हैं। लेकिन सपा के मतदाताओं का वोट बीएसपी को ट्रांसफ़र होगा या नहीं, यह बड़ी चिंता का विषय है।
मुलायम सिंह ने बीएसपी के साथ गठबंधन करने और आधी सीटों पर सहमति देने के लिए अखिलेश यादव को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि सपा को अपनी ही पार्टी के लोग ख़त्म कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में सपा 37 सीटों पर, बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अमेठी व रायबरेली सीट पर गठबंधन कांग्रेस का समर्थन करेगा जबकि रालोद को 3 सीटें दी गई हैं।