नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर गुरुवार को उत्तर प्रदेश में हुए जोरदार प्रदर्शनों के बाद शुक्रवार को एक बार फिर उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में लगता है कि बीजेपी के विधायक सरकार से ख़ुश नहीं हैं। विधायकों के विधानसभा में सरकार के ही ख़िलाफ़ बग़ावत करने से पार्टी अलर्ट हो गयी है।
उत्तर प्रदेश के संसदीय इतिहास में आज पहली बार ऐसा हुआ है कि सत्तारूढ़ दल के लोग अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ धरने पर बैठ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के विधायक सरकार के ख़िलाफ़ बग़ावत पर उतर आए हैं।
नागरिकता संशोधन क़ानून की आँच उत्तर प्रदेश में भी पहुँच गई है। अलीगढ़ और लखनऊ में जहाँ बड़े पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन हुए हैं वहीं प्रदेश के दर्जन भर ज़िलों में लोग सड़कों पर उतर आए हैं।
लगातार महिलाओं पर बर्बरता को लेकर सुर्खियों में रहे उत्तर प्रदेश के उन्नाव में सोमवार सुबह फिर एक महिला ने पुलिस कप्तान के दफ्तर में ख़ुद को आग लगा ली है।
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध की आग दिल्ली के जामिया मिल्लिया इसलामिया और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय के बाद अब सोमवार को लखनऊ के विश्वविद्यालय में पहुँच गई है।
फ़िरोज़ ख़ान को आख़िरकार बनारस हिंदू विश्वविद्यालय यानी बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान में संस्कृत के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर का पद छोड़ना पड़ा। साफ़-साफ़ कहें तो फ़िरोज़ ख़ान को इस्तीफ़ा देना पड़ा।
यूपी के उन्नाव में दबंगों द्वारा जिंदा जलाई गई बलात्कार पीड़िता की मौत के बाद परिवार वालों ने कहा है कि जब तक योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने नहीं आते, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
इस साल जनवरी से नवंबर तक (11 महीने) उन्नाव जिले में बलात्कार की 86 घटनाएँ हो चुकी हैं। हालात इस क़दर ख़राब हैं कि उन्नाव को उत्तर प्रदेश की ‘रेप कैपिटल’ कहा जाने लगा है।