औरैया हादसे में मारे गए प्रवासी मज़दूरों और घायलों के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। मरने वाले लोगों के शवों और घायलों को एक खुले ट्रक में लादकर झारखंड के लिए भेज दिया गया।
प्रवासी मजदूरों के लिए बसें चलाए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के बीच घमासान जारी है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिल्ली से नोएडा और गाज़ियाबाद में घुसने की अनुमति देने के कुछ ही घंटे बाद नोएडा प्रशासन ने इस पर आपत्ति कर दी। इसने साफ़ तौर पर कह दिया कि दिल्ली से लोगों को नोएडा में घुसने नहीं दिया जाएगा।
48 घंटों में घर वापसी कर रहे 60 से ज़्यादा मज़दूरों की सड़कों पर कुचल कर हुई मौत के बाद योगी सरकार ने शहरों की सीमाएँ सील कर पैदल या अन्य गाड़ियों से आ रहे मज़दूरों को रोक दिया है।
घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के ट्रक की उत्तर प्रदेश के औरेया में शनिवार सुबह दूसरे ट्रक से टक्कर हो गई। इसमें 24 मजदूरों की मौत हो गयी और 36 गंभीर रूप से घायल हो गए।
बीते 10 दिनों में ही उत्तर प्रदेश की सड़कों पर पैदल लौट रहे 40 से ज्यादा मजदूर मर चुके हैं जबकि इस दौरान कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा इसके आधे से भी कम है।