उत्तर प्रदेश में अपने बेबाक बोलों के लिए सेवाकाल में और रिटायरमेंट के बाद भी चर्चित रहे डॉ. सूर्य प्रताप सिंह पर योगी सरकार ने इसलिए मुक़दमा ठोक दिया है क्योंकि उन्होंने एक सवाल पूछ लिया।
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में एक व्यक्ति के शव को कूड़े की गाड़ी में डाल दिया गया। वहां पर एंबुलेंस भी थी लेकिन उसके स्टाफ़ ने कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से शव को छूने से मना कर दिया।
प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षकों की भर्ती में धांधली को लेकर योगी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोलते हुए इसे व्यापमं घोटाले जैसा घोटाला क़रार दिया है।
कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान भी यूपी में पत्रकारों पर सरकारी कहर जारी है। बीते दो महीनों में कई पत्रकारों के उत्पीड़न की घटनाएँ सामने आने के बाद फतेहपुर ज़िले में गंगा व यमुना नदियों में जल सत्याग्रह किया।
एक वीडियो में तब्लीग़ी जमात के सदस्यों के ख़िलाफ़ 'नफ़रत' की बात कहती दिखने वाली कानपुर के मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आरती लालचंदानी को हटा दिया गया है।
नाम है मुजीबुल्लाह रहमान। उम्र 80 साल। काम करते हैं कुली का। अब सोशल मीडिया पर हीरो बनकर उभरे हैं क्योंकि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आने वाले थके-हारे लोगों का वह मुफ़्त में सामान ढोते हैं।
प्रवासी मज़दूरों से उत्तर प्रदेश में जिस तेज़ी से संक्रमण के फैलने की आशंका जताई जा रही थी, अब उस तरह से यह फैलता नहीं दिख रहा है। एक सैंपल सर्वे में उत्तर प्रदेश में लौटने वाले प्रवासियों में क़रीब 3 फ़ीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।