आठ पुलिस वालों की हत्या करने वाले विकास दुबे और उसके पाँच साथियों के एनकाउंटर के बाद बिकरू गाँव में लूटे गए हथियार बरामद करने के पुलिस के दावे पर भी सवाल खड़े हो गए।
3 साल के अपने शासन के दौरान एनकाउंटरों में हुई सवा सौ से ज़्यादा मौतों को 'जायज़' ठहराने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए आत्मरक्षार्थ रणनीति अपनाने का यह पहला मौक़ा है।
कांग्रेस और बीएसपी ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में गैंगस्टर विकास दुबे कांड की जाँच की माँग की है। दोनों दलों का यह बयान विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद आया है।
कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को तो उत्तर प्रदेश पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया लेकिन इसे लेकर उठ रहे कई अहम सवालों के जवाब देना शायद उसके लिए आसान नहीं होगा।
मुठभेड़ में मारे गए उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर विकास दुबे के राजनीतिक संबंधों को लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इशारों में कहा है कि विकास दुबे की मुठभेड़ यूपी सरकार को गिरने से बचाने के लिए हुई है।