‘क्राइम स्टेट’ बनते जा रहे उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित परिवार की बेटी के साथ हुए जुल्मों का शोर अभी थमा भी नहीं था कि बलरामपुर से ऐसी ही ख़ौफ़नाक घटना सामने आई है।
मथुरा के सिविल कोर्ट ने उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें यह माँग की गई थी कि इस मसजिद को हटाया जाए क्योंकि जिस जगह वह बनी है, वह श्री कृष्ण जन्मभूमि है, यानी कृष्ण का जन्म उस जगह हुआ था।
बाबरी विध्वंस मामले में सभी अभियुक्तों के बरी होने के अदालत के फ़ैसले पर मुसलिम धर्मगुरुओं ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी है। बाबरी मसजिद एक्शन कमेटी ने फ़ैसले को उच्च न्यायलय में चुनौती देने का एलान किया है।
स्वदेशी जागरण मंच से लंबे समय से जुड़े और भारतीय जनता पार्टी में रह चुके के. गोविंदाचार्य ने कहा कि यह घटना यकायक हो गई, इसके पीछे कोई साजिश नहीं थी, कोई योजना नहीं थी।
हाथरस में मंगलवार देर रात ढाई बजे बिना घरवालों की मौजूदगी के पुलिस ने ही अंतिम संस्कार कर डाला। पीड़िता के परिजनों ने बुधवार सुबह आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की और बेटी का चेहरा तक नहीं देखने दिया।
हाथरस की घटना के विरोध में कांग्रेस ने कई राज्यों में जोरदार प्रदर्शन किया है। विशेषकर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता कई जगहों पर और बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे हैं।
पहले दिन से घटना को नकारने, फिर छिपाने और अब कमतर बताने में जुटी यूपी सरकार अब कह रही है कि मृतक लड़की के साथ दुष्कर्म की पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट में नहीं हुई है।
राजधानी दिल्ली से सटे दादरी में 5 साल पहले मुहम्मद अख़लाक को गोमांस रखने के आरोप में उग्र भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था। अब तक अदालत में उस मामले की सुनवाई शुरू नहीं हुई है।
राज्य सरकार के मुख्य प्रवक्ता और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अविनीश अवस्थी ने मुख्यमंत्री के हवाले से 'ऑपरेशन दुराचारी' के लागू किये जाने की घोषणा की है।