देवरिया में एक बलात्कार अभियुक्त को टिकट दिए जाने का विरोध करने पर कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता की पिटाई कर दी गई। उस महिला ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है और पिटाई, गाली देने और छेड़खानी के आरोप लगाए हैं।
केंद्र सरकार ने महिलाओं के ख़िलाफ़ होने वाले अपराधों से जुड़ा दिशा-निर्देश एक बार फिर जारी किया है और राज्य सरकारों को सख़्त हिदायत दी है कि वे इसे हर हाल में लागू करें। यह एडवाइज़री के रूप में जारी किया गया है।
हाथरस गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने की बात मीडिया में हो रही थी। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भी संज्ञान लिया। विपक्ष भी उतरा। लेकिन आरोपी पक्ष की ओर से जब मुहिम शुरू हुई तो सरकार ने भी साज़िश ढूँढनी शुरू कर दी और अब मीडिया भी 'निर्दोषों को सज़ा नहीं' नैरेटिव गढ़ रहा है।
क्या उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार उन पत्रकारों को निशाने पर ले रही है, जिन्होंने हाथरस बलात्कार व हत्याकांड पर उसकी इच्छा के ख़िलाफ़ काम किया था?
हाथरस बलात्कार व हत्या मामले में सरकार की फ़जीहत होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने बीजेपी के पूर्व विधायक राजवीर सिंह 'पहलवान' के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज किया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने हाथरस पीड़िता की पहचान को उजागर करने के मामले में बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय, फ़िल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को नोटिस दिया है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार हाथरस बलात्कार व हत्या मामले में दोषियों को सज़ा दिलाने के बजाय उन लोगों को निशाने पर ले रही है, जिन्होंने इस मुद्दे को लेकर उसकी आलोचना की है। वह अपने विरोधियों को भी इसी बहाने फँसाने की कोशिश भी कर रही है।
पीएफ़आई यानी पॉपुलर फ़्रंट ऑफ़ इंडिया से कथित रूप से जुड़े एक पत्रकार और तीन अन्य लोगों को पुलिस ने मथुरा से देर रात को हिरासत में लिया है। पुलिस ने कहा है कि वे सभी दिल्ली से एक कार में हाथरस जा रहे थे।