उत्तर प्रदेश में ज़बरदस्त कोरोना प्रसार के बीच चार चरणों में संपन्न हुए पंचायत चुनाव प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों के लिए जानलेवा साबित हुए हैं। प्राथमिक शिक्षकों के संघ के मुताबिक़, इस पूरी कवायद में कोरोना से 700 से ज्यादा शिक्षकों की जान चली गयी है।
एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से कहा है कि गिरफ़्तार मलयालम पत्रकार सिद्दिक़ कप्पन को दिल्ली भेज कर उनका इलाज कराए।
उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में लगे हुए 135 शिक्षकों, शिक्षा मित्रों और जाँचकर्ताओं की मौत की ख़बर पर तीखी टिप्पणी करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर सफाई माँगी है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक ताज़ा फ़ैसले में ऐलान किया है कि जो अस्पताल अपने यहाँ ऑक्सीजन की कमी की शिकायत कर नोटिस चस्पा कर रहे हैं या इस बारे में मीडिया से बात कर रहे हैं, उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
झारखंड के बोकारो से मध्य प्रदेश के सागर ज़िला अस्पताल के लिए आ रहे ऑक्सीजन टैंकर को उत्तर प्रदेश के फ़तेहपुर में रोक लिया गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हस्तक्षेप के बाद ही उस टैंकर को छोड़ा गया।
हाथरस सामूहिक बलात्कार कांड की खबर जुटाने जा रहे गिरफ़्तार पत्रकार सिद्दिक कप्पन को कोरोना संक्रमण हो गया। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिख कर कहा है कि कप्पन के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिसमें उससे राज्य के पाँच शहरों में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन करने को कहा गया है। इस याचिका पर मंगलवार को ही सुनवाई किए जाने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से दम तोड़ रहे मरीजों के परिजनों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। ऑक्सीजन के किल्लत से मारे मारे फिर रहे तीमारदारों का गुस्सा सड़कों पर दिखने लगा है।
एक बेहद अहम घटनाक्रम में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, वाराणसी व दूसरे तीन शहरों में 26 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन का एलान कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर के निर्माण के लिए दिए गए 15000 से ज़्यादा दानदाताओं के चेक बाउंस हो गए हैं। इन दानदाताओं ने बैंक चेकों के ज़रिए 22 करोड़ रुपये का चंदा दिया था।
कोरोना संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या इतनी ज़्यादा है कि अब लाशों के ढेर लग गए हैं, चिताओं की कतार लग गई है। हर तरफ़ राख है, फ़िज़ा में धुएँ का गुबार है और इन सबके दरमियान लखनऊ कराह रहा है।