उत्तर प्रदेश बीजेपी में अंदरुनी हलचल के बीच बीजेपी ने अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ भी शुरू कर दी है। बीजेपी के नेताओं की अपना दल और निषाद समाज के नेताओं के साथ बातचीत चल रही है।
उत्तर प्रदेश बीजेपी में चल रही तमाम सियासी हलचलों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नई दिल्ली में ताबड़तोड़ मुलाक़ातें की।
एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित एक अस्पताल के मालिक यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि ऑक्सीजन आपूर्ति कम होने की वजह से मॉक ड्रिल कर यह जानने की कोशिश की गई थी कि ऑक्सीजन न मिलने पर रोगियों के साथ क्या हो सकता है।
क्या बीजेपी आलाकमान योगी आदित्यनाथ के किसी प्रकार के दबाव में है? इस बात पर विचार करना दरअसल कड़क हिन्दू हृदय सम्राट दिखने वाले योगी को 'ओवर एस्टीमेट' किया जाना होगा।
पिछले 4 साल से एक-दूसरे को शह देते आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के 'युद्ध का मैदान' अब यूपी विधानसभा चुनाव बनने जा रहा है। क्या उनका जादू चलेगा?
लालजी वर्मा और राम अचल राजभर के बाद शुक्रवार सुबह बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री देव नारायण सिंह उर्फ जीएम सिंह ने भी मायावती का साथ छोड़ दिया।
कोरोना काल में देश ने इस महामारी का जबरदस्त कहर देखा और सवाल सीधे केंद्र और राज्य सरकारों पर उठे। लेकिन अब इन सवालों से बचने का या अपनी नाकामियों को छुपाने का तरीक़ा सरकारों ने निकाल लिया है।