उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बीते महीनों में ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लहराए जा चुके हैं। ‘मकान बिकाऊ है’ के तहत यह कहा जाता है कि हिंदू समुदाय के लोगों को मुसलिम समुदाय के लोग परेशान कर रहे हैं।
राजभर का कहना है कि वह बीजेपी के साथ गठबंधन करने पर विचार कर सकते हैं, बशर्ते वह मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए ओबीसी समाज के किसी नेता के नाम का एलान करे।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के संघर्ष से लगभग बाहर दिख रही बसपा अचानक बड़ी खिलाड़ी बनकर उभरी है। ऐसा कैसे हो गया वह भी तब जब हाल में मोदी और योगी के बीच कुछ खटपट होने की ख़बरें आई हैं?
राजभर ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाक़ात की है। इसके बाद जो बयान उन्होंने दिया है, वह इस ओर साफ इशारा करता है कि राजभर फिर से बीजेपी के साथ जा सकते हैं।
2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अगर बंगाल चुनाव क्वार्टर फाइनल था तो यूपी चुनाव सेमीफाइनल है। बंगाल की हार के बाद बीजेपी जाहिर तौर पर यूपी को किसी भी कीमत पर जीतना चाहेगी।
एनडीए में शामिल और बिहार के राजनीतिक दल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने जोर-शोर से एलान किया था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में 165 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।