उत्तर प्रदेश के भदोही में रविवार रात को दुर्गा पूजा के पंडाल में भीषण आग लग गई। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई और 64 लोग झुलस गए। मरने वालों में 10 साल का एक बच्चा भी शामिल है। झुलसे हुए लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
यह आग रात को 9 बजे उस वक्त लगी जब पूजा पंडाल में आरती हो रही थी। पुलिस का कहना है कि आग लगने की वजह शार्ट सर्किट का होना है। इस बारे में पुलिस ने औराई पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज कर ली है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वे हादसे में घायल हुए लोगों का बेहतर इलाज कराएं।
हादसे में घायल एक महिला ने एनडीटीवी को बताया कि एक लड़का अगरबत्ती जला कर आरती कर रहा था तभी एक चिंगारी उठी और आग तेजी से फैलती चली गई और इसी दौरान भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि पंडाल के निर्माण में लगाए गए तिरपाल और कागज की वजह से आग तेजी से फैल गई और जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला।
लोगों की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मदद के लिए आए और प्रशासन के साथ मिलकर उन्हें अस्पतालों तक ले गए।
वाराणसी के जिलाधिकारी गौरांग राठी ने एनडीटीवी को बताया कि घटना की सूचना मिलते ही तमाम अफसर मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव का काम शुरू किया। उन्होंने बताया कि 40 से 50 फीसद झुलसे लोगों को बीएचयू अस्पताल रेफर कर दिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची और जांच पड़ताल की।
कोरोना महामारी के चलते बीते 2 साल में दुर्गा पूजा का आयोजन बड़े पैमाने पर नहीं हो सका था। अब जब इस महामारी का प्रकोप थमा है तो बड़ी संख्या में लोग पूजा पंडालों में पहुंच रहे हैं लेकिन इसके साथ यह भी जरूरी है कि सुरक्षा के तमाम जरूरी इंतजाम किए जाएं जिससे इस तरह के हादसे दोबारा न हों।
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