लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के मामले में बीजेपी पर लगातार हमलावर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है। लखीमपुर खीरी के मामले में 24 घंटे से ज़्यादा वक़्त तक उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में रहने वालीं प्रियंका ने मंगलवार को प्रधानमंत्री से पूछा है कि क्या उन्होंने उस वीडियो को देखा है, जिसमें एक थार गाड़ी किसानों को रौंदते हुए जा रही है।
प्रियंका ने यह वीडियो अपने मोबाइल पर प्ले करके दिखाया है। प्रियंका वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी से कहती हैं कि यह वीडियो आपकी सरकार के एक मंत्री के बेटे को किसानों को अपनी गाड़ी के नीचे कुचलते हुए दिखाता है।
कांग्रेस महासचिव आगे कहती हैं, “इस वीडियो को देखिए और इस देश को बताइए कि इस मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया है और इस लड़के को अभी तक गिरफ़्तार क्यों नहीं किया गया है।”
बताना होगा कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कार से कथित रूप से किसानों को रौंद दिया। इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 4 किसान भी शामिल हैं।
प्रियंका ने कहा, “मेरे जैसे विपक्ष के नेताओं को तो आपने हिरासत में बिना किसी ऑर्डर के, बिना किसी एफ़आईआर के रखा है, मैं जानना चाहती हूं कि ये आदमी आज़ाद क्यों है।”
यहां बताना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लखनऊ में हैं और आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। प्रियंका ने इस कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा, “मोदी जी, याद रखिए कि आज़ादी हमें किसानों ने दिलाई थी, आज भी इस देश की सुरक्षा किसानों के बेटे करते हैं।”
‘लखीमपुर आएं प्रधानमंत्री’
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ज़मीन को सींचने के काम में जुटीं प्रियंका ने कहा, “किसान महीनों से त्रस्त है, वह अपनी आवाज़ उठा रहा है और आप उसे नकार रहे हैं।” प्रियंका ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह लखीमपुर आएं और देश के अन्नदाता किसान की पीड़ा समझें।
कब होगी गिरफ़्तारी?
लखीमपुर खीरी की घटना के बाद एक सवाल आम लोगों की जुबां पर है कि आख़िर आरोपी मंत्री पुत्र की गिरफ़्तारी कब होगी। उत्तर प्रदेश की पुलिस, तमाम ख़ुफ़िया एजेंसियां अब तक मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा का पता नहीं लगा सकी हैं, जबकि वह खुलेआम मीडिया को बाइट दे रहे हैं।
यह वास्तव में हैरानी की बात है कि योगी सरकार की पुलिस आख़िर उन तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है। ऐसा क्या उनके पिता के सियासी रसूख की वजह से हो रहा है, यह सवाल ज़रूर उठता है।
उत्तर प्रदेश की पुलिस ने विपक्ष के किसी भी नेता को लखीमपुर पहुंचने से रोकने में पूरी ताक़त झोंक रखी है लेकिन थोड़ी सी ताक़त का इस्तेमाल वह मंत्री पुत्र की गिरफ़्तारी के लिए करे तो क्या वह जेल की सलाखों से बचकर रह सकता है?
नेताओं को पहुंचने से रोका
बताना होगा कि कई सियासी दलों के नेताओं ने सोमवार को लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश की लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। इनमें प्रियंका गांधी वाड्रा, एसपी के मुखिया अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव आदि नेता शामिल रहे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उप मुख्यमंत्री एसएस रंधावा को भी लखनऊ में हवाई हड्डे पर उतरने की इजाजत नहीं दी गई। इसे लेकर इन तमाम नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपना विरोध दर्ज कराया है।
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