ऐसे समय जब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा से इस्तीफ़े की माँग की जा रही है, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात की है।
यह मुलाक़ात ऐसे समय में हो रही है जब इस बात की अटकलें तेज हैं कि सरकार मौजूदा संकट से निपटने के लिये अजय मिश्रा का इस्तीफ़ा ले सकती है। लखीमपुर की घटना की वजह से मोदी सरकार, बीजेपी और योगी सरकार की काफ़ी किरकिरी हो रही है। और इस बात की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता कि आने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इस बात का खमियाजा भुगतना पड़ सकता है।
यहाँ यह बता दे कि अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर ही आरोप लगा है कि उन्होंने लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारी किसानों पर तेज़ रफ़्तार से अपनी गाड़ी चढा कर उन्हें रौंद दिया।
लखीमपुर में भड़की हिंसा में चार किसान समेत आठ लोग मारे गए।
क्या कहा अजय मिश्रा ने
मुलाक़ात में क्या बात हुई, यह अभी पता नहीं चला है। लेकिन मुलाक़ात के पहले मंगलवार को अजय मिश्रा ने 'एनडीटीवी' से कहा था, "मैं इस्तीफ़ा क्यों दूँ? मुझ पर किसी तरह का दबाव नहीं है। हम इस मामले की जाँच करेंगे और जिन्होंने इसकी साजिश रची है, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करेंगे।"
हत्या का मामला दर्ज
उत्तर प्रदेश पुलिस ने आशीष मिश्रा के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज किया है, लेकिन उन्हें अब तक गिरफ़्तार नहीं किया गया है।
इसके पहले अजय कुमार मिश्रा ने इस मामले में खुद या अपने बेटे के किसी रूप में जुड़े होने से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि घटना के समय वारदात की जगह वह या उनका बेटा नहीं था।
अजय मिश्रा ने यह ज़रूर कहा है कि जिस थार गाड़ी की बात कही जा रही है, वह उनकी थी और उनके ड्राइवर और दो कार्यकर्ताओं को मार डाला गया।
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "पहले दिन से मैं यह कह रहा हूं कि थार गाड़ी हमारी है, यह हमारे नाम से पंजीकृत है। यह गाड़ी किसी को लाने जा रही थी। मेरा बेटा दूसरी गाड़ी में था। वे सुबह 11 बजे से दिन भर एक दूसरे कार्यक्रम को आयोजित करते रहे। जहां हमारा बेटा था, वहां हज़ारों लोग थे। हमारे पास फोटो और वीडियो हैं।"
वायरल वीडियो
लेकिन एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में दिखता है कि किसान सड़क पर बढ़ रहे हैं और पीछे से एक गाड़ी आती है और किसानों को रौंदती हुए निकल जाती है।
वीडियो में दिखता है कि एक किसान गाड़ी के बोनट पर गिरता है और फिर दर्जन भर किसान सड़क के दोनों किनारे गिरे पड़े हुए दिखते हैं। वह गाड़ी बिना रुके आगे निकल जाती है और उसके पीछे दो और गाड़ियाँ निकलती हैं।
इस वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि स्वतंत्र रूप से 'सत्य हिंदी नहीं कर सका है, लेकिन इस वीडियो को किसान समर्थक होने का दावा करने वाले 'ट्रैक्टर ट्विटर' हैंडल पर शेयर किया गया है।
इस वीडियो को कांग्रेस ने भी शेयर किया है। और बड़ी बात यह है कि वीडियो में दिखते दृश्य और मौक़े पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के दावों में समानता दिखती है।
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