उत्तर प्रदेश के ललितपुर में नाबालिग से थाने के अंदर एसएचओ द्वारा बलात्कार का मामला सामने आया है। नाबालिग ने आरोप लगाया है कि जब वह बलात्कार के मामले में बयान दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंची तो वहां उसके साथ पुलिस अधिकारी ने भी बलात्कार किया।
आरोपी अधिकारी थाना प्रभारी तिलकधारी सरोज को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिस थाने में कथित घटना हुई थी वहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया है। डीआईजी स्तर का अधिकारी मामले की जाँच कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट दाखिल करेगा। यह मामला पाली थाने का है। मामला सामने आते ही एसएचओ समेत छह लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर लिया गया और एसएचओ को निलंबित कर दिया गया था।
एडीजी कानपुर जोन ने पाली थाने के सभी पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है और इसकी जांच डीआईजी झांसी जोगेंद्र कुमार को सौंप दी है। आरोपी पुलिस कर्मियों पर कानूनी कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं।
पुलिस ने तीन अभियुक्तों को पकड़ लिया है और बाकी की तलाश की जा रही है। पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट भी लगा दिया है।
ललितपुर के एसपी निखिल पाठक ने कहा है कि एसएचओ की गिरफ्तारी के लिए बनी टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं। एक एनजीओ के द्वारा नाबालिग को एसपी के पास लाया गया और फिर इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।
नाबालिग बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराने को 22 अप्रैल को पाली पुलिस स्टेशन में पहुंची थी।
नाबालिग के पिता ने एफआईआर में कहा है कि 4 लोगों ने उनकी बेटी को लालच दिया और 22 अप्रैल को भोपाल ले गए और उसके साथ बलात्कार किया। आरोपों के मुताबिक, अभियुक्तों ने नाबालिग को वापस उसके गांव वापस लाकर पुलिस स्टेशन के पास छोड़ दिया और वहां से भाग गए।
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