loader
फ़ोटो क्रेडिट- pixabay.com

लखनऊ: बेटी ने डिप्रेशन में की थी मां और भाई की हत्या, रेलवे अफ़सर के घर हुई थी घटना

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके गौतम पल्ली में शनिवार को भारतीय रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी राजीव दत्त वाजपेयी की पत्नी व बेटे की गोली मारकर हत्या उनकी बेटी ने की थी। वाजपेयी का आवास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास से करीब 500 मीटर दूर है। इस घटना के सामने आने के बाद लखनऊ में हड़कंप मच गया था लेकिन पुलिस ने कुछ ही घंटों में इसका खुलासा कर दिया कि हत्या कैसे हुई। 

राजीव की 45 वर्षीय पत्नी मालती और उनके 20 वर्षीय बेटे शरद की लाश घर में ही मिली थी। शरद के सिर में गोली मारी गई थी। वह ग्यारहवीं कक्षा का छात्र था। राजीव दिल्ली में रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी के पद पर तैनात हैं। 

हत्याकांड की सूचना पर डीजीपी, पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय समेत तमाम आला अधिकारी भी थोड़ी ही देर में मौके पर पहुंच गए थे। 

ताज़ा ख़बरें

पुलिस का कहना है कि राजीव की बेटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और वह डिप्रेशन (अवसाद) से गुजर रही थी। पुलिस ने कहा कि राजीव की बेटी नेशनल लेवल की शूटर है। 

मामले की जांच करने वाले अधिकारियों के मुताबिक़, हत्या की वारदात को अंजाम देने से पहले राजीव की बेटी ने घर के वाशरूम के एक शीशे पर ‘डिसक्वालिफ़ाइड ह्यूमन’ लिखा और पहली गोली शीशे पर ही मारी। इसके बाद उसने दूसरी गोली अपनी मां को मारी और तीसरी भाई को मारी। 

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत पांडे ने पत्रकारों को बताया कि राजीव की पत्नी और बेटे को घर के अंदर ही गोली मारी गई। उन्होंने कहा कि राजीव की बेटी डिप्रेशन में थी और उसे जुवेनाइल होम भेजा जाएगा। जांच कर रहे अधिकारियों को किसी के भी घर में जबरन घुसने के कोई सबूत नहीं मिले। 

रेलवे अफ़सर की बेटी ने पुलिस को बताया है कि सुबह उठने के बाद उसने नाश्ता किया और अपनी बंदूक में पांच गोलियां भरीं, जिसमे से उसने तीन गोलियां चलाईं। घटना के बाद उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। उसने अपने हाथ को कई जगह पर रेज़र से काटा भी था।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें