राजीव की 45 वर्षीय पत्नी मालती और उनके 20 वर्षीय बेटे शरद की लाश घर में ही मिली थी। शरद के सिर में गोली मारी गई थी। वह ग्यारहवीं कक्षा का छात्र था। राजीव दिल्ली में रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी के पद पर तैनात हैं।
हत्याकांड की सूचना पर डीजीपी, पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय समेत तमाम आला अधिकारी भी थोड़ी ही देर में मौके पर पहुंच गए थे।
पुलिस का कहना है कि राजीव की बेटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और वह डिप्रेशन (अवसाद) से गुजर रही थी। पुलिस ने कहा कि राजीव की बेटी नेशनल लेवल की शूटर है।
मामले की जांच करने वाले अधिकारियों के मुताबिक़, हत्या की वारदात को अंजाम देने से पहले राजीव की बेटी ने घर के वाशरूम के एक शीशे पर ‘डिसक्वालिफ़ाइड ह्यूमन’ लिखा और पहली गोली शीशे पर ही मारी। इसके बाद उसने दूसरी गोली अपनी मां को मारी और तीसरी भाई को मारी।
लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत पांडे ने पत्रकारों को बताया कि राजीव की पत्नी और बेटे को घर के अंदर ही गोली मारी गई। उन्होंने कहा कि राजीव की बेटी डिप्रेशन में थी और उसे जुवेनाइल होम भेजा जाएगा। जांच कर रहे अधिकारियों को किसी के भी घर में जबरन घुसने के कोई सबूत नहीं मिले।
रेलवे अफ़सर की बेटी ने पुलिस को बताया है कि सुबह उठने के बाद उसने नाश्ता किया और अपनी बंदूक में पांच गोलियां भरीं, जिसमे से उसने तीन गोलियां चलाईं। घटना के बाद उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। उसने अपने हाथ को कई जगह पर रेज़र से काटा भी था।
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