loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

गीता कोड़ा
बीजेपी - जगन्नाथपुर

हार

पूर्णिमा दास
बीजेपी - जमशेदपुर पूर्व

जीत

अयोध्या: दीपोत्सव के लिये हर गांव से पांच दीये मंगवाये यूपी सरकार ने

दिवाली में पटाखों के जबरदस्त शोरगुल और प्रदूषण के बीच योगी सरकार की ओर से अयोध्या में 12 लाख दीये जलाने का जमकर प्रचार किया गया। ये दीये 3 नवंबर को जलाए गये। 

योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही अयोध्या में दिवाली के दिन दीये जलाने का कार्यक्रम किया जा रहा है। इसे दीपोत्सव नाम दिया गया है। लेकिन चूंकि विधानसभा चुनाव से पहले यह अंतिम दिवाली थी, इसलिए योगी सरकार की कोशिश थी कि इसे इतने बड़े पैमाने पर किया जाए कि एक बार फिर वर्ल्ड रिकॉर्ड बन सके। 

इसके लिए बड़े पैमाने पर सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया। उत्तर प्रदेश के हर गांव से 5 दीये अयोध्या लाए जाने का लक्ष्य रखा गया था। इसकी जिम्मेदारी 75 जिलों में वहां के जिलाधिकारियों को दी गई थी कि वे इसे सुनिश्चित करें कि हर गांव से पांच दीये अयोध्या लाए जाएं।

ताज़ा ख़बरें

उत्तर प्रदेश में 90 हज़ार गांव हैं। इस तरह सरकारी अमला गांवों से दीये इकट्ठे करने में जुटा रहा। हर गांव से पांच दीये लाने का यह फ़ैसला लखनऊ में हुई बड़े अफ़सरों की बैठक में लिया गया था। 

योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2017 में पहली बार 51,000 दीये जलाए गए। इसके बाद 2019 में 4,10,000 दीये जबकि 2020 में 6,06,569 दीये जलाए गए। इस बार सरकार ने 12 लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा था और पूरी मशीनरी इस लक्ष्य को हासिल करने के काम में जुटी थी। यह भी तय किया गया कि जिलाधिकारी इस काम की निगरानी करने के लिए नोडल अफ़सरों की तैनाती करेंगे। 

राज्य के पर्यटन विभाग के अफ़सरों के मुताबिक़, जिलाधिकारियों की निगरानी में गांवों के ग्राम प्रधानों और गांवों में काम करने वाले कुम्हारों से संपर्क किया गया, जिससे इस लक्ष्य को मुक्कमल तौर पर हासिल किया जा सके कि राज्य के 90 हज़ार गांवों में से हर गांव से 5 दिए अयोध्या के लिए लाए जाएं। 

Deepotsav in Ayodhya 2021 Set World Record  - Satya Hindi

पूरी सरकार के इस काम में जुटने के बाद आख़िरकार 12 लाख दीये जलाने का विश्व रिकॉर्ड बना और इसे एक बार फिर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिली। 

इन 12 लाख दीयों में 9,51,000 दीये अयोध्या में सरयू नदी के किनारे जलाये गये जबकि 50 हज़ार दीये राम मंदिर निर्माण की जगह पर और बाक़ी अयोध्या शहर में और कुछ अन्य मंदिरों में जलाए गए। 

इसके साथ ही इन दीयों को जलाने के लिए हज़ारों लीटर तेल का इस्तेमाल हुआ। शानदार रामलीला पंडाल, लेजर शो, 3डी होलोग्राफ़िक शो, आतिशबाज़ी से लेकर तमाम बड़े इंतजामों में भी प्रशासनिक व सरकारी अमले के लोग व्यस्त रहे। 

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

चुनावी फ़ायदा लेने की कोशिश 

उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव नज़दीक है और बीजेपी ने जाहिर कर दिया है कि वह राम मंदिर निर्माण को सबसे आगे रखेगी। हालांकि मंदिर निर्माण का काम सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शुरू हुआ है लेकिन बीजेपी नेता लगातार मोदी सरकार को इसका श्रेय देते रहे हैं। 

अयोध्या में दीपोत्सव का रिकॉर्ड बनने से हर कोई ख़ुश है। लेकिन अगर जिलाधिकारियों को हर गांव से दीये लाने में और पूरे सरकारी अमले को इस रिकॉर्ड को हासिल करने में लगा दिया जाएगा तो इतने बड़े प्रदेश में आम लोगों की दिक्क़तों को अफ़सर कब सुनेंगे। ऐसे में निश्चित रूप से यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें