लखीमपुर खीरी के निघासन में दो नाबालिग दलित बहनों के शव पेड़ से लटके मिलने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने आईपीसी की हत्या और बलात्कार से जुड़ी धाराओं के साथ ही पॉक्सो एक्ट के तहत भी मुक़दमा दर्ज किया है।
लखनऊ रेंज की पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने कहा है कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
इस मामले में मृतक लड़कियों की मां ने कहा है कि मोटरसाइकिल पर आए कुछ लोगों ने लड़कियों का अपहरण कर लिया था। परिजनों ने उनका बलात्कार और हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
हालात की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के तमाम आला अफसर मौके पर मौजूद हैं। लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति साफ हो पाएगी।
गांव के एक व्यक्ति ने नाबालिग दलित बहनों के शव पेड़ से लटके देखे और ग्रामीणों को इस बात की सूचना दी। इसके बाद ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया और सड़क को जाम कर दिया। हालात बिगड़ने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाया कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होगी और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बदायूं और हाथरस मामले
यहां याद दिलाना होगा कि साल 2014 में बदायूं में भी ऐसा ही एक भयावाह हत्याकांड हुआ था जब दो नाबालिग बहनों के शव एक पेड़ से लटके हुए मिले थे। साल 2020 में उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित युवती की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले को लेकर तब जबरदस्त शोर हुआ था क्योंकि प्रशासन ने रात में ही युवती का अंतिम संस्कार कर दिया था।
विपक्ष हमलावर
घटना के बाद विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर हमला बोला है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के एक वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, 'निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में 2 दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया। लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।
निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में 2 दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 14, 2022
लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है। pic.twitter.com/gFmea4bAUc
कब जागेगी सरकार?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 14, 2022
तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट किया है, 'यूपी में दो बहनें पेड़ से लटकी मिलीं। सीएम योगी आदित्यनाथ की निगरानी में यूपी क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है और प्रशासन व पुलिस की डिफेनिंग साइलेंस ने लोगों को इस जंगल राज के खिलाफ लड़ने के लिए सड़क पर आने पर मजबूर कर दिया है।'
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