कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार को अरुण वाल्मीकि के परिजनों से मिलीं। आरोप है कि अरुण की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। इस मामले में वाल्मीकि समाज ने पुलिस के ख़िलाफ़ जोरदार प्रदर्शन किया है। बुधवार को जब प्रियंका गांधी वाड्रा लखनऊ से आगरा के लिए निकली थीं तो पुलिस ने उनके काफिले को रोक लिया था।
इस दौरान आगरा एक्सप्रेस वे के एंट्री प्वाइंट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई थी और कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाज़ी भी की थी। प्रियंका को कुछ देर तक हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने उन्हें आगरा जाने की इजाजत दे दी थी। इससे पहले भी प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाते वक़्त रोक लिया गया था।
अरुण वाल्मीकि के परिजनों से मिलने के बाद प्रियंका ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पुलिस ने वाल्मीकि समाज के 17-18 लोगों को अलग-अलग जगहों से उठाया और उनकी बेरहम ढंग से पिटाई की गई। प्रियंका के साथ प्रमोद कृष्णम सहित कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
प्रियंका ने सवाल उठाया था कि किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? उन्होंने मांग की है कि घटना की उच्चस्तरीय जांच हो, दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवज़ा मिले।
प्रियंका ने कहा है कि अरुण वाल्मीकि का परिवार न्याय मांग रहा है और वे उनके परिवार से मिलना चाहती हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मामले में ट्वीट किया है। अखिलेश ने कहा है कि आगरा में साठगांठ कर थाने के मालखाने से 25 लाख की चोरी कराई गई और फिर सच छिपाने के लिए गिरफ्तार किए गए सफाईकर्मी की कस्टडी में हत्या कर दी गई। उन्होंने घटना में शामिल पुलिस कर्मियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने की मांग की है।
मायावती ने भी किया ट्वीट
पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी इस मामले में ट्वीट किया है। मायावती ने कहा है कि आगरा में एक सफाईकर्मी की पुलिस हिरासत में हुई मौत अति-दुःखद व शर्मनाक है। बीएसपी ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश सरकार दोषियों को सख़्त सज़ा दे तथा पीड़ित परिवार को भी सहायता दे।
स्थानीय समाचार पत्रों के मुताबिक़, आगरा के जगदीशपुरा थाने के मालखाने से शनिवार रात को 25 लाख रुपये की चोरी हुई थी। इस मामले में पुलिस ने सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि को हिरासत में लिया था। लेकिन पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई। जबकि पुलिस का कहना है कि अरुण का स्वास्थ्य ख़राब हुआ और अस्पताल में उसकी मौत हुई है।
वाल्मीकि समाज आक्रोशित
इस घटना से वाल्मीकि समाज के लोगों में आक्रोश फैल गया। वाल्मीकि समाज के लोगों ने मृतक के परिजनों को दो करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
कांग्रेस को 2022 का विधानसभा चुनाव प्रियंका के नेतृत्व में लड़ना है। प्रियंका की पूरी कोशिश है कि कांग्रेस को मजबूत विपक्षी दल के रूप में उत्तर प्रदेश में खड़ा किया जाए। लखीमपुर खीरी की घटना के अलावा भी प्रियंका हाथरस की घटना सहित कई और मुद्दों पर जोरदार ढंग से आवाज़ उठाकर कांग्रेस को चुनावी मुक़ाबले में लाने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं।
अपनी राय बतायें