उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा UPTET वाट्सऐप ग्रुप में प्रश्न पत्र लीक हो जाने के बाद स्थगित कर दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि परीक्षा से कुछ देर पहले ग़ाज़ियाबाद, मथुरा और बुलंदशहर में पेपर लीक हो गया। पुलिस ने इस मामले में कई गिरफ्तारियाँ की हैं। सपा नेता अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पेपर लीक के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार हुआ है। चुनाव से पहले हुए इस मामले को विपक्ष चुनावी मुद्दा बना सकता है।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा एक राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता परीक्षा है जो उन शिक्षकों के लिए अनिवार्य है जो राज्य-बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में प्राथमिक या उच्च प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाना चाहते हैं। अब यह अगले महीने आयोजित किया जाएगा। राज्य भर में आज लाखों उम्मीदवारों को परीक्षा देनी थी।
ऐन वक़्त पर परीक्षा रद्द होने से लाखों परीक्षार्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस मामले में यूपी सरकार ने यूपी रोडवेज को भी निर्देश जारी किए हैं कि परीक्षार्थियों से किराया न लिया जाए। लीक मामले की जांच एसटीएफ़ को सौंपी गई है।
राज्य के शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा, 'सूचना मिली है कि यूपी-टीईटी परीक्षा लीक हो गई है, इस कारण परीक्षा रद्द कर दी गई है। एक महीने में उम्मीदवार बिना किसी अतिरिक्त ख़र्च के फिर से परीक्षा दे सकेंगे। प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है।'
UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 28, 2021
उप्र शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है।
बेरोज़गारों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा!
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी पेपर लीक के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचना की है।
भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 28, 2021
हर बार पेपर आउट होने पर @myogiadityanath जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है। pic.twitter.com/gdEz5az7iq
परीक्षा रद्द होने पर सरकार चौतरफ़ा घिरी है। इस बीच यूपी लॉ एंड ऑर्डर एडीजी प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि लखनऊ, मेरठ, कौशांबी और प्रयागराज से क़रीब दो दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कहा जा रहा है कि इस मामले में बिहार से भी कुछ लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
एडीजी ने कहा है कि परीक्षार्थियों को न तो फिर फॉर्म भरना होगा न हो कोई ख़र्च देना होगा। उन्होंने कहा कि जो परीक्षार्थी वापस जा रहे हैं उन्हें बसों में कोई टिकट लेने की ज़रूरत नहीं है।
अपनी राय बतायें