आम आदमी पार्टी ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार में उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन सिलेंडर की ख़रीद में घोटाला हुआ है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कुछ शासकीय दस्तावेज जारी कर कहा है कि जिस ऑक्सीजन सिलेंडर को मिर्ज़ापुर के मुख्य चिकित्साधिकारी ने 12,500 रुपये में ख़रीदा था, वही ऑक्सीजन सिलेंडर भदोही के मुख्य चिकित्साधिकारी ने 54,500 रुपये में ख़रीदा और वह भी ऑक्सीजन का सिलेंडर न होकर नाइट्रोजन का था। सांसद संजय सिंह ने कहा है कि इस वजह से बड़ा हादसा हो सकता था।
मामला ये है कि जिलाधिकारी, भदोही आयका अखौरी ने बीती 8 मई को एक शासकीय पत्र लिखा था जिसमें इस बात का जिक्र था कि मुख्य चिकित्साधिकारी, भदोही की ओर से ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन पाइप लाइन ख़रीदे जाने की मांग की गयी है। इसके लिए दर प्रति ऑक्सीजन सिलेंडर 54,500 रुपये निर्धारित की गयी है।
इसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी, भदोही ने ऑक्सीजन भरने के लिए 44 खाली सिलेंडर महाराजा बलवंत सिंह कोविड एल-2 चिकित्सालय को उपलब्ध कराए थे। इन सिलेंडरों को श्याम गुप्ता नाम का ऑक्सीजन सप्लायर काव्या गैस एजेंसी मिर्ज़ापुर में ले गया।
नाइट्रोजन वाले हैं सिलेंडर
इस गैस एजेंसी के मालिक डॉ. नीलय कुमार ने बताया है कि ये सिलेंडर पुरानी नाइट्रोजन वाले हैं और उनकी डबल कोटिंग व पेंटिंग कराकर ऑक्सीजन भरने के लिए भेज दिया गया है। डॉ. नीलय कुमार ने लिखा है कि इन सिलेंडरों में ऑक्सीजन भरना ठीक नहीं होगा।
सांसद संजय सिंह ने इस साल 20 मार्च को की गई ख़रीद की एक रसीद भी जारी की है। इसमें दिखाया गया है कि मुख्य चिकित्साधिकारी, मिर्जापुर ने भी इसी काव्या गैस एजेंसी मिर्ज़ापुर से 50 सिलेंडर की ख़रीद की है और हर सिलेंडर की क़ीमत 12,500 रुपये है। इस हिसाब से कुल क़ीमत 6,25,000 रुपये बैठती है।
स्वास्थ्य महकमे में भ्रष्टाचार
स्थानीय समाचार पत्रों में छपी ख़बरों के मुताबिक़, महाराजा बलवंत सिंह कोविड एल-2 चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भदोही के कुछ कर्मचारी ऑक्सीजन सिलेंडर को ज़्यादा क़ीमत में बेचने के काम में शामिल थे। यह रकम 30 से 50 हज़ार रुपये के बीच थी।
जिले के स्वास्थ्य महकमे के कुछ भ्रष्ट अफ़सरों ने इन कर्मचारियों को ही ऑक्सीजन की सप्लाई का जिम्मा दिया था। ये लोग एल-2 चिकित्सालय और निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराते थे। बताया गया है कि ऑक्सीजन सिलेंडर की इस कालाबाज़ारी की सही ढंग से जांच हो तो लाखों नहीं करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश होगा।
इस मामले का संज्ञान जिलाधिकारी, भदोही आयका अखौरी ने लिया है और ऑक्सीजन सिलेंडर की इस कालाबाज़ारी में शामिल कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों की गिरफ़्तारी की गई है।
सक्रिय हैं संजय सिंह
उत्तर प्रदेश में 2022 के शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए आम आदमी पार्टी वहां काफी सक्रिय है और संजय सिंह पार्टी के प्रभारी भी हैं। संजय सिंह योगी सरकार के ख़िलाफ़ लगातार हमलावर हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस उनके ख़िलाफ़ कई मुक़दमे दर्ज कर चुकी है। इससे पहले यूपी में कोरोना किट में घोटाले की भी चर्चा हुई थी और इसे भी संजय सिंह ने जोर-शोर से उठाया था।
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