loader

केसीआर की बेटी ने बीजेपी सांसद से कहा- चप्पलों से पीटूंगी

तेलंगाना की सियासत में एक बार फिर भारतीय राष्ट्रीय समिति (बीआरएस) और बीजेपी के नेताओं के बीच टकराव हुआ है। बीआरएस के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने निजामाबाद से बीजेपी के सांसद धर्मपुरी अरविंद को छिछोरा कहा है और यह भी कहा कि वह उन्हें चप्पलों से पीटेंगी। 

के. कविता ने कहा कि बीजेपी सांसद धर्मपुरी अरविंद कीचड़ की तरह हैं, हम कीचड़ पर पत्थर नहीं मारते, वह छिछोरे किस्म के व्यक्ति हैं और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह का व्यक्ति बीजेपी में है। 

उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी सांसद इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना जारी रखेंगे तो वह उन्हें निजामाबाद के चौराहे पर चप्पलों से पीटेंगी। उन्होंने चेताया कि बीआरएस इस मामले में शांत नहीं रहेगी।

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कविता को धर्मपुरी अरविंद के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। कविता विधान परिषद की सदस्य हैं और सांसद भी रही हैं।

क्या है मामला?

निजामाबाद से सांसद अरविंद धर्मपुरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री केसीआर के परिवार के प्रति कथित रूप से अभद्र टिप्पणी की थी, यह टिप्पणी मीडिया में आई इस तरह की खबरों को लेकर थी कि बीजेपी ने कविता को अपनी पार्टी में लाने की कोशिश की है। 

हालांकि कविता ने कहा था कि बीजेपी के कुछ लोगों ने उन्हें पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया था। 

बीजेपी सांसद ने कहा था कि कविता ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी और कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी। सांसद ने कहा था कि क्योंकि तेलंगाना राष्ट्र समिति का भारत राष्ट्र समिति के नाम परिवर्तन समारोह के दौरान उन्हें कथित रूप से नजरअंदाज कर दिया गया था।

TRS legislator K Kavitha fight BJP MP Dharmapuri Arvind - Satya Hindi
निजामाबाद से सांसद अरविंद धर्मपुरी।

के. कविता के इस बयान पर कि वह उन्हें चप्पलों से पीटेंगी, बीजेपी सांसद ने कहा कि उन्होंने इस मामले में पुलिस में शिकायत दे दी है और वह उनके पिता को चप्पलों से पीटेंगे और उनकी पार्टी की महिला विंग को अपने मुख्यमंत्री का ध्यान रखना होगा। 

कार्यकर्ताओं का हंगामा

बता दें कि शुक्रवार को बीआरएस के कार्यकर्ताओं ने हैदराबाद में बीजेपी सांसद धर्मपुरी के आवास पर तोड़फोड़ की थी। इस दौरान उनकी कार को भी नुकसान पहुंचा था। बीजेपी सांसद ने ट्वीट कर बताया था कि बीआरएस के लोगों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उनकी मां को धमकाया और हंगामा किया। 

हंगामा करने वालों के हाथों में टीआरएस के झंडे थे और उन्होंने बीजेपी सांसद का पुतला फूंका था। हालात को बिगड़ते हुए देख पुलिस वहां पहुंची और उन्हें सांसद के आवास के बाहर से हटाया। इस मामले में पुलिस ने 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है जबकि 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 

तेलंगाना पर है नजर

तेलंगाना में कुछ महीनों के बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं और इस बार बीजेपी और टीआरएस के बीच सीधा मुकाबला होना है। बीजेपी दक्षिण में कर्नाटक के बाद इस राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। 

TRS legislator K Kavitha fight BJP MP Dharmapuri Arvind - Satya Hindi

वंशवाद को बनाया मुद्दा

बीजेपी ने जुलाई में हैदराबाद में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की थी और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वंशवाद मुक्त भारत का नारा दिया था। बीजेपी केसीआर पर वशंवादी राजनीति करने का आरोप लगाती है। केसीआर के बेटे केटी रामा राव तेलंगाना सरकार में मंत्री हैं। 

नगर निगम के नतीजे 

साल 2020 के अंत में हुए ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था। वह 4 सीटों से 48 सीटों पर पहुंच गई थी जबकि तेलंगाना में सरकार चला रही टीआरएस 99 से 56 सीटों पर आ गई थी।

तेलंगाना से और खबरें
नगर निगम के चुनाव में बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी थी और उसे इसका अच्छा नतीजा भी मिला था। इस नतीजे से यह संदेश निकला था कि तेलंगाना में टीआरएस की लड़ाई अब बीजेपी से ही होगी। क्योंकि कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी तेलंगाना में बेहद कमजोर हो गई हैं। हैदराबाद का नाम भाग्यनगर करने की मांग हो या एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर लगातार हमले, कहा जाता है कि बीजेपी की कोशिश यहां हिंदू मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

तेलंगाना से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें