तेलंगाना बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय ने कहा है कि टीआरएस के मंत्री और विधायक "लाइसेंस प्राप्त गुंडों" की तरह व्यवहार कर रहे हैं। जरूरत पड़ी तो बीजेपी भी गुंडागर्दी का सहारा लेगी। इस बीच प्रजा संग्राम यात्रा के दौरान सोमवार को टीआरएस और बीजेपी कार्यकर्ताओं में जनगांव में जबरदस्त झड़प हुई। इसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
अपनी प्रजा संग्राम यात्रा के दौरान, बंदी संजय ने राज्य के आबकारी मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हवाई फायरिंग का आरोप लगाया और कहा कि वो ऐसा कैसे कर सकते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक संजय ने इलाके के लोगों से टीआरएस के 'भ्रष्ट, वंशवादी और निरंकुश शासन' को खत्म करने की अपील करते हुए कहा कि यदि जरूरी हुआ तो बीजेपी भी 'गुंडावाद' का सहारा लेने में संकोच नहीं करेगी। संजय ने इसके बाद 14 अगस्त, 1947 को विभाजन के बाद हुए नरसंहार में मारे गए लोगों की याद में अपनी पदयात्रा के दौरान एक घंटे का मौन रखा।
इस बीच, बीजेपी के महबूबनगर जिलाध्यक्ष ने महबूबनगर ग्रामीण थाने में मंत्री श्रीनिवास गौड़ के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया है कि मंत्री ने एक कॉन्स्टेबल से राइफल ली और हवा में गोली चलाई। इस पर कार्रवाई की जाए।
उधर, तेलंगाना के जनगांव जिले के देवारुप्पुला गांव में सोमवार को बीजेपी की प्रजा संग्राम यात्रा के दौरान बीजेपी और सत्तारूढ़ टीआरएस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष देवारुप्पुला गांव में आयोजित एक जनसभा में बोल रहे थे, तभी टीआरएस कार्यकर्ता वहां पहुंचे और उनका भाषण रोकने का प्रयास किया। जब बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टीआरएस कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की तो नारेबाजी हुई और दोनों समूहों के बीच झड़प हो गई। दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर पथराव किया।
हालात तब और खराब हो गए जब टीआरएस कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर बंदी संजय पर पत्थरों से हमला करने की कोशिश की। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर दोनों गुटों को खदेड़ दिया। झड़पों में टीआरएस के छह कार्यकर्ता और बीजेपी के चार कार्यकर्ता घायल हो गए और उन्हें क्षेत्र के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
मंत्री एराबेली दयाकारा राव ने अस्पतालों में इलाज करा रहे टीआरएस कार्यकर्ताओं और महिला कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। बंदी संजय ने डीजीपी को फोन करके गुस्से में कहा, 'पुलिस क्या कर रही है जब वे बीजेपी कार्यकर्ताओं के सिर फोड़ रहे हैं? क्या पुलिसकर्मियों का वेतन केसीआर की जेब से दिया जा रहा है? तुरंत सुनिश्चित करें कि पदयात्रा सुचारू रूप से चलती रहे।
पुलिस ने कहा है कि उसने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। पुलिस ने कहा कि यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता है। अब कोई इसमें हस्ताक्षेप नहीं कर सकेगा।
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