तमिलनाडु में भारी बारिश से बाढ़ के हालात हैं। भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं। हालात बेहद ख़राब होने से 4 जिलों में स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। सड़क और रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। कई और सेवाएँ भी प्रभावित हुई हैं।
भारी बारिश के बीच चार जिलों - कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी और तेनकासी के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया। रविवार को चार जिलों में भारी बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में जलभराव हो गया। खराब मौसम के कारण सोमवार को सभी शैक्षणिक संस्थान और बैंक बंद रहे। कई ट्रेनों को या तो पूरी तरह से रद्द कर दिया गया या आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया क्योंकि बाढ़ का पानी ट्रेन यार्डों में घुस गया और रेल पटरियाँ जलमग्न हो गईं। रविवार देर रात दक्षिणी तमिलनाडु में भारी बारिश हुई और सोमवार सुबह भी कई इलाक़ों में भारी बारिश जारी रही। इस बीच मौसम विभाग ने रेड अलर्ट की चेतावनी दी है।
— Tamilnadu Weather-IMD (@ChennaiRmc) December 17, 2023
आईएमडी के अनुसार जहां थूथुकुडी जिले के तिरुचेंदूर और सत्तनकुलम स्टेशनों पर पिछले 24 घंटों में 606 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं तिरुनेलवेली स्थित पलायमकोट्टई स्टेशन पर 260 मिमी बारिश दर्ज की गई। तूतीकोरिन जिले के तिरुचेंदुर में सोमवार सुबह 1:30 बजे तक 606 मिमी बारिश दर्ज की गई।
तमिलनाडु सरकार ने राहत कार्य करने और यह सुनिश्चित करने के लिए मंत्रियों को चार प्रभावित जिलों में भेजा। किसी भी बाढ़ की चेतावनी से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को कहा कि वह दक्षिण तमिलनाडु के जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों की निगरानी के लिए लगातार मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं।
पीटीआई के मुताबिक, राज्य सरकार ने चार जिलों में राहत कार्यों में तेजी लाने और सभी विभागों के साथ समन्वय के लिए चार वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को भी नियुक्त किया है। राज्य आपदा प्रबंधन टीमों की तीन टीमें कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली में तैनात की गई हैं।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कोविलपट्टी इलाके में 40 झीलें अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच गई हैं। एक अधिकारी ने कहा कि दो झीलें क्षतिग्रस्त हो गईं और हमने उनकी मरम्मत की। हम अन्य झीलों पर भी लगातार नजर रख रहे हैं। अगर झील में कोई दरार है, तो हम इसे तुरंत ठीक करने के लिए तैयार हैं।
निचले इलाकों में रहने वाले लोगों और जलाशयों के पास रहने वाले लोगों को सलाह जारी की गई है। निजी कंपनियों को भी केवल ज़रूरी कर्मचारियों के साथ काम करने के लिए कहा गया है।
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