तमिलनाडु के तंजावुर जिले में बुधवार तड़के करंट लगने से 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 15 लोग घायल हो गए। करंट उस वक्त लगा जब कई लोग एक मंदिर की रथ यात्रा में जा रहे थे और पालकी में बैठे थे। तभी यह पालकी बिजली की एक हाई ट्रांसमिशन लाइन के संपर्क में आ गई। मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल है।
घायलों को नजदीक के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने कहा है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
एक पुलिस अफसर ने एनडीटीवी को बताया कि आमतौर पर जब ऐसी कोई रथ यात्रा निकलती है तो बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती है लेकिन इस बार मंदिर की पालकी बहुत ऊंची नहीं थी इसलिए बिजली की सप्लाई को बंद नहीं किया गया था। लेकिन फिर भी पालकी बिजली की लाइन के संपर्क में आ गई।
घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठे हो गए और राहत व बचाव का कार्य शुरू किया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है और प्रशासन से कहा है कि वह घायलों का बेहतर इलाज कराए।
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