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तमिलनाडु: चक्रवाती तूफान मैंडूस का कहर, पेड़ उखड़े

चक्रवाती तूफान मैंडूस शुक्रवार रात को तमिलनाडु के तटीय इलाकों से होकर गुजरा था और अब इसकी रफ्तार कम हो गई है। लेकिन इसकी वजह से चेंगलपट्टू और चेन्नई के आसपास के इलाकों में कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं। 

ग्रेटर चेन्नई नगर निगम के आयुक्त गगनदीप सिंह बेदी का कहना है कि चेन्नई में अब तक 115 मिमी बारिश हो चुकी है और 200 पेड़ सड़कों पर गिरे हुए हैं जिन्हें हटाने का काम जोर-शोर से जारी है।  

सड़कों में कई जगहों पर पानी भर गया है और पानी निकालने का काम किया जा रहा है। चेन्नई शहर में और चेंगलपट्टू जिले में कुछ जगहों पर बिजली भी कट गई है। 

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मामल्लपुरम से सटे कोवलम में समुद्र के किनारे की दुकानों के अलावा नावों को भी नुकसान पहुंचा है। सरकारी महकमे के अफसर पूरे नुकसान का जायजा ले रहे हैं। 

मैंडूस के तमिलनाडु पहुंचने से पहले 13 घरेलू और 3 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को खराब मौसम की वजह से रद्द कर दिया गया था। हालात को देखते हुए नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स एनडीआरएफ की टीमें 10 जिलों में तैनात हैं। 

तमिलनाडु सरकार ने 5000 शरणार्थी केंद्र बनाए हैं और प्रभावित परिवारों को इनमें ले जाया गया है। 

तमिलनाडु के आपदा प्रबंधन मंत्री रामचंद्रन ने कहा है कि तूफान की वजह से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है और 9000 लोगों को शरणार्थी केंद्रों में पहुंचाया गया है। तूफान की वजह से तमिलनाडु के चेन्नई, वेल्लोर, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, रानीपेट, कांचीपुरम सहित 15 जिलों के स्कूलों और कॉलेजों में शनिवार को छुट्टी कर दी गई है।

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आते रहे हैं चक्रवाती तूफान

दिसंबर, 2021 में चक्रवाती तूफान जवाद ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाक़ों से टकराया था। इसके असर से ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई थी। सितंबर, 2021 में चक्रवाती तूफान गुलाब उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण तटीय ओडिशा से टकराया था। मई, 2021 में आए भीषण चक्रवाती तूफ़ान 'ताउते' ने भीषण तबाही मचाई थी। इस वजह से हुई बारिश की वजह से कुछ लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हो गए थे। 

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क़मर वहीद नक़वी
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