असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा महँगाई के लिए मुसलमानों को ज़िम्मेदार बताकर क्या साबित करना चाहते हैं? क्या ज़हरीले बोलों के मुक़ाबले में वे योगी आदित्यनाथ से आगे निकलना चाहते हैं? क्या वे खुद को हिंदुत्व के बड़ा झंडाबरदार साबित करना चाहते हैं?
फ्रांस में दंगा रोकने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यानाथ को फ्रांस भेजे जाने की मांग को लेकर एक विदेशी नाम वाले ट्वीटर हैंडल से ट्वीट होने और बाद में नाम फर्जी पाए जाने पर विपक्षी दलों ने जबरदस्त आलोचना की। जानिए पूरा घटनाक्रमः
उत्तर प्रदेश में 2017 से अब तक हर 15 दिनों में एक एनकाउंटर हो रहा है। इंडियन एक्सप्रेस ने आज यूपी के एनकाउंटर आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए एक विशेष रिपोर्ट छापी है। जानिएः
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भले ही बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है, लेकिन यूपी निकाय चुनाव में शहरों में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है। जानिए, कैसा रहा परिणाम।
द केरल स्टोरी पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक दिन पहले ही जहाँ ममता बनर्जी सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाया था वहीं आज यूपी सरकार बड़ी घोषणा कर दी।
यूपी पुलिस अधिकारियों ने कहा कि एक युवक ने धमकी भरा संदेश अपनी प्रेमिका के पिता के मोबाइल नंबर से यूपी 112 (यूपी पुलिस आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र) को भेजा था। युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ट्विटर ने कई जगहों पर आज से उस नये नियम को लागू कर दिया है जिसमें ब्लू टिक के लिए भुगतान करना होता है। और इस नये नियम के आते ही कई बड़ी हस्तियों के ब्लू टिक गायब हो गए हैं। जानिए, बड़े नाम कौन कौन।
पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को एक दिन पहले यानी 14 अप्रैल को भी कोर्ट परिसर में मारने की कोशिश हुई थी। नए तथ्य सामने आने से साफ पता चल रहा है कि यह लापरवाही थी या फिर जानबूझकर की गई लापरवाही थी। इतने दुर्दांत अपराधी का मूवमेंट शूटरों के पास था और पुलिस को हवा तक नहीं थी।
अतीक अशरफ डबल मर्डर में यूपी सरकार ने 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है। समझा जाता है कि उसके संकेतों पर यह कार्रवाई हुई है। अतीक अशरफ का 15 अप्रैल को टीवी कैमरे के सामने मर्डर किया गया था।
पूर्व सांसद अतीक अहमद का एक पत्र सामने आया है, जिसमें कुछ सनसनीखेज जानकारी है। मारे जाने से पहले वो पत्र उन्होंने मुख्यमंत्री और भारत के चीफ जस्टिस को भेजने को कहा था। अतीक के वकील विजय मिश्रा ने सत्य हिन्दी पर इस पत्र का खुलासा करके इस मामले में नया धमाका कर दिया है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में अब तक 183 एनकाउंटर हो चुके हैं। इसे योगी आदित्यनाथ स्टाइल में इंसाफ देना कहा जा रहा है। यूपी के एडीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि यूपी पुलिस सीएम के निर्देश पर जीरो टालरेंस के आधार पर काम कर रही है। लेकिन क्या ये एनकाउंटर किसी और तरफ भी इशारा हैं।