उत्तर प्रदेश के संसदीय इतिहास में आज पहली बार ऐसा हुआ है कि सत्तारूढ़ दल के लोग अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ धरने पर बैठ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के विधायक सरकार के ख़िलाफ़ बग़ावत पर उतर आए हैं।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 38 साल पुरानी परंपरा को खत्म कर दिया है। जिसमें अब मुख्यमंत्री और मंत्रियों के आयकर का भुगतान सरकारी खजाने से नहीं होगा। सत्य हिंदी
अपने क़िले गोरखपुर को बचाने के लिए योगी आदित्यनाथ ने सब कुछ दाँव पर लगा दिया है। सोमवार से चुनाव तक योगी हर रात गोरक्षनाथ मठ में गुजारेंगे। अगले पाँच दिन में 19 जनसभाएँ, कार्यकर्ताओं की एक दर्जन बैठकें लेंगे।
समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच अली और बजरंग बली के नाम पर चुनावी जंग छिड़ी हुई है। इस समय इस तरह के भावनात्मक मुद्दे को उछालने के पीछे क्या है राजनीति?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब रविवार को दादरी में रैली को संबोधित कर रहे थे तब ताली बजाने वालों में अख़लाक़ की हत्या के आरोपी रैली में सबसे आगे थे। इसमें मुख्य आरोपी विशाल राणा भी शामिल था।