Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।गोरखपुर विवि में नाथ संप्रदाय में MA, शिक्षा का भगवाकरण? फ़ेसबुक इंडिया की अंखी दास ने इस्तीफ़ा दिया
यूपी में अपराधी मस्त हैं । खुलेआम अपराध हो रहे हैं । बलिया में बीजेपी के नेता ने दिनदहाड़े पुलिस के सामने हत्या की और फ़रार । क्यों है योगी बेकार ? यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह से आशुतोष की बात !Satya Hindi
हाथरस मामले में राहुल गाँधी ने सीधे योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने दलित, मुसलिम और आदिवासियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी पुलिस के लिए पीड़िता 'कोई नहीं' थी इसलिए किसी का दुष्कर्म हुआ ही नहीं।
यह सर्वविदित है कि आरएसएस में ब्राह्मणों का वर्चस्व है जबकि योगी आदित्यनाथ की हिन्दू युवा वाहिनी में ठाकुरों का दबदबा है। हाल की घटनाओं से ऐसा लगता है जैसे संघ और योगी के दरम्यान शह और मात का खेल चल रहा है।
हाथरस कांड में पुलिस और प्रशासन की भूमिका। हाथरस पर हल्ला शुरू होने के बावजूद बलरामपुर में फिर एक वीभत्स वारदात। और हाथरस के गांव में एक के बाद एक सरकारी अफसर की बेशर्मी। इस सब के बाद भी चुप्पी? कैसे टूटेगी यह चुप्पी?
राज्य सरकार के मुख्य प्रवक्ता और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अविनीश अवस्थी ने मुख्यमंत्री के हवाले से 'ऑपरेशन दुराचारी' के लागू किये जाने की घोषणा की है।
बीते रविवार मुख्यमंत्री ने इसका नाम बदल कर ‘शिवाजी म्यूज़ियज़म’ रख दिया। उनके इस अप्रत्याशित निर्णय पर न सिर्फ़ इतिहास के अकादमिक क्षेत्रों में व्यापक नकारात्मक प्रतिक्रिया हुई है, बल्कि आगरा के सामान्य नागरिकों ने भी इसे ‘बेमतलब की कोशिश’ बताया है।
किसी संग्रहालय का नाम बदलने से ग़ुलाम मानसिकता नहीं जाती, उसके लिए स्वतंत्रता की नई इमारतें, नए प्रतीक खड़े करने होते हैं। मगर योगी का विकृत इतिहासबोध इस दिशा में नहीं सोचता क्योंकि वह तो सत्ता की राजनीति से प्रेरित है और ये देश के लिए बेहद आत्मघाती है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण
उत्तर प्रदेश में “आप” के नेता संजय सिंह योगीजी के सामने ताल ठोंकने आ गये हैं जिसके चलते विभिन्न जनपदों में उनपर अब तक सात मुक़दमे दर्ज हो गये हैं । समझ यह बन रही है कि उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण निशाने पर हैं और योगीजी के सजातीय मज़े में हैं । विश्लेषण कर रहे हैं शीतल पी सिंह
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि यदि उन्हें मसजिद निर्माण के समय निमंत्रित किया जाता है तो वह इसमें एक योगी होने के नाते भाग नहीं लेंगें। क्या है विवाद?
उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण मतदाताओं में ज़बरदस्त नाराज़गी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सत्ता में आने के बाद इस समाज को उम्मीद जगी थी कि कुछ बेहतर होगा। अब वे ख़ुद को ठाकुर बनाम ब्राह्मण की लड़ाई में घिरे पा रहे हैं।
यूपी में पिछले चार-पाँच माह में क़रीब पाँच दर्जन ब्राह्मणों की हत्या हो चुकी है। जाहिर है कि इस नाराज़गी का असर यूपी की राजनीति और राजनीतिक दलों पर पड़ना स्वाभाविक है।