कोआखिरकार सड़क पर उतरे अखिलेश यादव। उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन और साइकिल रैलियों का एलान। क्या इससे योगी सरकार को मुश्किल होगी? आलोक अड्डा में शरत प्रधान, वीरेंद्र नाथ भट्ट और अंबरीश कुमार के साथ आलोक जोशी। Will Akhilesh Yadav pose a challange for Yogi Adityanath's regime
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के संघर्ष से लगभग बाहर दिख रही बसपा अचानक बड़ी खिलाड़ी बनकर उभरी है। ऐसा कैसे हो गया वह भी तब जब हाल में मोदी और योगी के बीच कुछ खटपट होने की ख़बरें आई हैं?
यूपी विधानसभा चुनाव में बमुश्किल 6 माह का वक़्त बाक़ी है। सामाजिक न्याय की राजनीति करने वाले सपा और बसपा जैसे दल इन दिनों ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। क्या इससे उन्हें फ़ायदा होगा?
पिछले दिनों एक कार्टून यूपी बीजेपी ने ट्वीट किया । वो कहता है लखनऊ मत आना नहीं तो । उसके पहले योगी ने ट्वीट कर कहा जो युवाओं को भड़कायेगा उसकी संपत्ति जप्त कर ली जायेगी । क्या ये सरकार की भाषा होनी चाहिये ? आशुतोष के साथ चर्चा में शरद गुप्ता, पुस्पेंद्र चौधरी, शीतल सिंह, आलोक जोशी ।
बीजेपी के यूपी सांसद और योगी दिल्ली तलब । नड्डा से मीटिंग । जन आशीर्वाद यात्रा का ऐलान लेकिन योगी को मुख्यमंत्री चेहरा बनाने से डरती बीजेपी ? आशुतोष के साथ चर्चा में अंबरीष कुमार, आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी, सिद्धार्थ कलहंस और प्रेम कुमार ।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुली प्रशंसा वाराणसी में आकर कर गये हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। मगर, इससे योगी का यूपी चुनाव में चेहरा बनना तय नहीं हो जाता।
करीब आधा दर्जन राज्यों में भाजपा अंदरूनी कलह से जूझ रही है .यूपी ,एमपी ,उतराखंड ,कर्नाटक जैसे राज्य उदाहरण हैं .अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत शीर्ष नेतृत्व को फिर दिल्ली तलब किया गया है ,क्या है इसका अर्थ ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर शाम सात बजे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ट्वीट पर विवाद हो गया है। योगी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि वह प्रदेश के युवाओं से अपील करते हैं कि वे किसी के बहकावे में नहीं आएं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार की योजनाओं और कथित उपलब्धियों का प्रचार ऐसे कर रहे हैं, मानो उन्हें अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा का नहीं बल्कि देश का चुनाव लड़ना है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों नारा चल रहा है – 2017 में राम लहर और 2022 में परशुराम लहर। कांग्रेस यूपी में ब्राह्मणों को मनाने में लगी है। सपा ने भगवान परशुराम के नाम का सहारा लिया है तो अब बीएसपी ने अपना ब्राह्मण कार्ड खेल दिया है।
यूपी चुनाव से पहले योगी पर मोदी हुए गदगद! सुप्रीम कोर्ट ने सख़्ती से पूछा- अंग्रेज़ों के बनाए क़ानून की क्या ज़रूरत। चुनाव लड़ने का बयान देकर फंसे किसान नेता चढ़ूनी, हुए निलंबित। दिन भर की बड़ी ख़बरों का विश्लेषण-
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा की तैयारी क्यों? क्या योगी सरकार तीसरी लहर नहीं आने को लेकर निश्चिंत है? क्या अदालतों की चेतावनियाँ, प्रधानमंत्री की सलाह कोई मायने नहीं रखतीं?
पूर्व नौकरशाह बोले - यूपी में शासन चौपट हो गया। योगी के जनसंख्या बिल पर वीएचपी का अड़ंगा, एक प्रावधान बदलने को कहा। चढ़ूनी ने कहा किसानों को लड़ना चाहिए चुनाव, किसान संगठनों ने कहा नहीं। दिन की बड़ी ख़बरों का विश्लेषण-