उज्बेकिस्तान में होने वाला शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ का शिखर सम्मेलन भारत के लिए अहम क्यों है? क्या दोनों पड़ोसी देशों के साथ कुछ सकारात्मक पहल होगी?
चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन के लड़ाकू जेट ताइवान की सीमा में घुस गए हैं। चीन ने कहा है कि वो ताइवान जल क्षेत्र में सैन्य अभ्यास करेगा। इस क्षेत्र को वो अपना मानता है। पेलोसी का ताइवान दौरा जारी है
नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा का विरोध करते हुए रूस और उत्तरी कोरिया ने चीन का समर्थन कर दिया है। नैन्सी पेलोसी इस समय ताइवान में हैं और चीन के फाइटर जेट ताइवान में घुस चुके हैं।
आख़िर ताइवान अमेरिका और चीन के बीच में विवाद का मुद्दा क्यों बना है? ऐसे मुश्किल वक़्त में आख़िर अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान यात्रा पर क्यों अड़ी हैं और इसके क्या परिणाम होंगे?
भारत के ख़िलाफ़ और पाकिस्तान के समर्थन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जो बुलवाना चाह रहे थे क्या उसे वह बुलवा पाए?
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग क्या चीन के इतिहास में माओ से आगे निकलना चाहते हैं? जानिए, शीन जिनपिंग के ऐतिहासिक प्रस्ताव के क्या हैं मायने और वह माओ और देंग शियाओपिंग से कैसे अलग हैं।
चीनी सेना ने देमचोक गांव में छह जुलाई को अपने सैनिक भेजे। देमचोक गांव में कुल 31 घर हैं जहां 78 लद्दाखी रहते हैं। यही लद्दाखी लोग दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे थे तब चीनी सैनिक कई वाहनों पर सवार होकर बड़े चीनी झंडे लेकर भारतीय इलाक़े में घुसे।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी इस महीने अपनी स्थापना शताब्दी मना रही है। राजधानी बीजिंग के तियानन्मैन चौक में हुए भव्य शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति शी जिन्पिंग ने कहा कि चीन किसी की धौंस में नहीं आएगा। जो चीन को दबाने की ज़ुर्रत करेगा उसका सिर तोड़ दिया जाएगा।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी के आला नेताओं की चार दिनों तक चले सालाना अधिवेशन के बाद 29 अक्टूबर को जो नतीजे घोषित किये गए हैं उससे साफ हुआ है कि चीन की सत्ता पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पकड़ मजबूत बनी हुई है।
‘द रूम व्हेयर इट हैपेंड’ शीर्षक किताब में बोल्टन ने कई बड़े ख़ुलासे किए हैं। ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में छपे अंश में बताया गया है कि दुबारा चुनाव जीतने में मदद के लिए ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आग्रह किया था।
चीन ने लद्दाख में गलवान घाटी पर अवैध क़ब्ज़ा कर लिया है और उसकी सेना ने भारतीय सेना के एक कर्नल और 20 जवानों को मार दिया है। क्या यह साम्राज्यवादी नीतियों के कारण नहीं है?