राजनीति में महिलाओं का अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने से संबंधित मुद्दों पर स्वतंत्रता से पहले और संविधान सभा में भी चर्चा की गई थी। स्वतंत्र भारत में इस मुद्दे ने 1970 के दशक में ही जोर पकड़ लिया था।
सूत्रों से मिली जानकारी से सामने आया है कि महिला आरक्षण विधेयक को केंद्रीय कैबिनेट ने सोमवार की शाम मंजूरी दे दी है। अब इस विधेयक को संसद के विशेष सत्र में पेश किया जाएगा। संसद से पास होने के बाद यह कानून का रूप लेगा।
विपक्षी एकता की बैठक होते ही यह सवाल बार-बार क्यों पूछा जा रहा है कि 2024 में पीएम पद का उनका उम्मीदवार कौन है? क्या पूछने वाले मान कर चल रहे हैं कि पीएम मोदी की वापसी नहीं होगी? जानें क्या है बीजेपी की योजना।
दिल्ली के जंंतर मंतर पर आज 10 मार्च को तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव की बेटी के.कविता ने शक्ति प्रदर्शन किया। विपक्ष के तमाम नेता या उनके प्रतिनिधिन कविता का समर्थन करने पहुंचे। हालांकि यह प्रदर्शन महिला आरक्षण बिल पास करने की मांग के लिए था। लेकिन ईडी ने कल शनिवार को जिस तरह के.कविता को दिल्ली शराब घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया है, उसे देखते हुए इसे शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा है।
महिला आरक्षण विधेयक पर बीआरएस पार्टी के दृष्टिकोण के बारे में बोलते हुए, कविता ने कहा, "तेलंगाना विधानसभा में सीएम केसीआर गारू के नेतृत्व में बीआरएस पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया था कि जब भी लोकसभा विधेयक पारित करेगी, बीआरएस इसका समर्थन करेगी।