पश्चिम बंगाल के चुनावों पर घमासान जारी है। भारतीय जनता पार्टी ज़बर्दस्त तरह से हमलावर हैं। बीजेपी अपने पूरे चुनाव प्रचार में ममता बनर्जी को घेरने के लिये मुसलिम तुष्टिकरण के बेहद तीखे और सांप्रदायिक आरोप मढ़ रही है।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और सत्ता के सबसे बड़े दावेदार के तौर पर उभरी भारतीय जनता पार्टी के बीच लगातार तेज़ होती राजनीतिक शतरंज की बाज़ी में राज्य काडर के आईपीएस अधिकारी मोहरा बनते जा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले तेज़ी से बढ़ रही राजनीतिक कटुता और घात-प्रतिघात के बीच क्या राज्य बीजेपी हिंसा का माहौल बनाना चाहती है? क्या वह पूरे राज्य में चुनाव के पहले आतंक का राज कायम करना चाहती है?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।यूपी: मुसलिम कैब ड्राइवर की हत्या, परिजन बोले- मॉब लिंचिंग।घोष: TMC कार्यकर्ताओं को कपड़े उतारकर जूते से मारेंगे
भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल ईकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आ गई तो 'तृणमूल कांग्रेस के लोगों को बीच चौराहे पर नंगा कर जूतों से पीटा जाएगा।'
नागरिकता संशोधन अधिनियम ने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को वह बहाना दे दिया है, जिसका फ़ायदा उठा कर वह बंगाली पहचान का मुद्दा उठाए और इस तरह अगले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाए।
पश्चिम बंगाल में प्रतीकों की राजनीति तेज़ हो गई है। ‘जय श्री राम’ की वजह से बाहरी लोगों की पार्टी कहे जाने पर पश्चिम बंगाल बीजेपी अब ‘जय माँ काली’ का नारा ले कर आई है।