पश्चिम बंगाल में क्या इस बार परिवर्तन के लिए वोट हो रहा है? चुनाव आयोग नेताओं पर कार्रवाई से क्यों डरता है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी और राजनीतिक विश्लेषक संजय कुमार की एक अर्थपूर्ण चर्चा। Satya Hindi
पहले बिहार और अब पश्चिम बंगाल, भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में वह जीत गई तो सबको मु़फ़्त कोरोना टीका देगी। तृणमूल कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए सवाल उठाया है कि बिहार में कितने लोगों को मुफ़्त टीका दिया गया है।
ऑक्सीजन की कमी के कारण नाशिक के अस्पताल में हुई 24 लोगों की मौत दिल दहलानेवाली ख़बर है। ऑक्सीजन की कमी की ख़बरें देश के कई शहरों से आ रही हैं। लेकिन बंगाल में उनका चुनाव अभियान पूरी बेशर्मी से जारी है।
पश्चिम बंगाल में जारी विधानसभा चुनाव के बीच कोरोना संक्रमण के हालात कितने भयावह शक्ल ले चुके हैं, इसे कोलकाता हाई कोर्ट की बेहद तल्ख टिप्पणियों से समझा जा सकता है।
कलकत्ता हाई कोर्ट से फटकार सुनने के चंद घंटों के अंदर चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाकी बचे दो चरणों के लिए रैली, पद यात्रा और रोड शो पर रोक लगा दी है। सिर्फ ऐसी जनसभाओं की अनुमति दी गई है, जिनमें 500 से कम लोग मौजूद हों। ऐसा बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र किया गया है।
टीएमसी के लिए यह निर्णायक चरण है, और अगर बीजेपी को बढ़त मिली, तो संभावना है कि सरकार बन जाएगी। पिछले विधानसभा चुनावों में टीएमसी ने 44 में से 32 सीटें हासिल कीं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को 19 सीटों पर बढ़त मिली।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आख़िरी तीन चरण ख़ासकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उसकी प्रमुख ममता बनर्जी के लिये बेहद अहम हैं। इस दौर में चार मुसलिम बहुल इलाक़ों की सीटें ममता की सत्ता में वापसी में सबसे निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं।
बीजेपी ने भी प्रधानमंत्री समेत बाक़ी नेताओं की रैलियों में भीड़ की संख्या पाँच सौ तक रखने की बात कही है। लेकिन न तो उसने किसी रैली में कटौती की बात कही है और न ही भीड़ को पाँच सौ तक सीमित रखने का कोई फ़ॉर्मूला बताया है।
2.70 लाख कोरोना मामले । लेकिन नेताओं के रोड शो, चुनावी रैली और सभायें जारी । क्यों नहीं प्रधानमंत्री रोकते चुनाव प्रचार ? आशुतोष के साथ चर्चा में शिवकांत शर्मा, अशोक वानखेड़े, अंबरीष कुमार और प्रभाकर तिवारी।
पश्चिम बंगाल के श्यामपुकुर विधान सभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संदीपन बिस्वास चुनाव प्रचार करते हुए वाम दलों के नेताओं के घर गए और उनसे अपने पक्ष में मतदान की प्रार्थना की।
पीएम संतों से कुंभ मेले का समापन करने और प्रतीकात्मक स्नान करने की अपील करते हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में शेष चरण के चुनाव एक बार में करने की कोई अपील नहीं की गई है। राजनीति मानव जीवन से अधिक महत्वपूर्ण क्यों है, केवल एक चरण में मतदान करने में क्या समस्या है।
पाँचवाँ चरण । तगड़ी लड़ाई । 2019 में बीजेपी ममता पर भारी रही । क्या होगा इस चरण के मतदान में ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, ऋषि मिश्रा, कार्तिकेय बत्रा, प्रभाकर तिवारी, नीरेंद्र नागर।