बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों ने रेलवे एनटीपीसी की परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर प्रदर्शन किए। लेकिन क्या ऐसे छात्रों के लिए प्रदर्शन या आंदोलन करना इतना आसान है?
‘ब्रह्मकुमारीज’ के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने क्या नागरिक अधिकारों को कम करने या ख़त्म करने का संकेत दिया है? उन्होंने क्यों कहा कि 75 साल हम सिर्फ़ अधिकारों की बात कर अपना समय बर्बाद करते रहे?
2014 में सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक वादे करते रहे, लेकिन क्या उनमें से कोई पूरा हुआ? क्या उन्होंने पूरे कार्यकाल अपने 'मन की बात' ही की?