राज नारायण बनाम इंदिरा गाँधी मामला हिन्दुस्तान का एक ऐसा मामला था जिसने देश की राजनीति को बदल कर रख दिया। इस मामले में फ़ैसला सुनाया था जस्टिस जगमोहन लाल सिन्हा ने।
बीजेपी ने ‘रिंकिया के पापा’ को आउट कर दिया। अम्पायर बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी को ‘आउट’ क़रार दिया है और उनकी जगह अब आदेश गुप्ता ‘बैटिंग’ करेंगे।
सुपर हिट फ़िल्म ‘हेराफेरी’ की याद मुझे आज 68 दिनों के लॉकडाउन खुलने के बाद हुए अनलॉक के पहले दिन आ रही है। देश भर में कुल मिलाकर हर जगह फ़िल्म ‘हेराफेरी’ जैसा सीन महसूस किया जा सकता है।
कहा जाता है कि समुद्र में जब ज्वार आता है तब ही मछलियाँ पकड़ी जाती हैं यानी संकट ही अवसर का बेहतर वक़्त होता है। शायद इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माना कि यह संकट का समय है, लेकिन इसमें जीतना है।
बीजेपी में एक लंबा सफ़र तय करने वाले नड्डा अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। लेकिन क्या वह बीजेपी को अमित शाह की छाया से बाहर निकाल पायेंगे?
आज़ादी से पहले और आज़ादी के बाद ज़्यादातर बार सत्ता परिवर्तन में छात्र आंदोलनों की अहम भूमिका रही है। छात्र आंदोलनों की ताक़त को कमतर समझना हमेशा ही नुक़सान का सौदा रहा है।
2019 में केंद्र में बीजेपी की फिर से सरकार बनी तो कई राज्यों के चुनाव में उसे झटके भी लगे हैं। उसे ध्यान रखना होगा कि जनता से किये वादों को पूरा करना बेहद ज़रूरी है।