कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रही किसान महापंचायतों ने इस इलाक़े में राजनीतिक ज़मीन खो चुकी राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को जिंदा होने का मौक़ा दे दिया है।
मजबूत संगठन और जुझारू कार्यकर्ताओं वाली समाजवादी पार्टी (एसपी) आज वैचारिक स्तर पर जूझ रही है। पार्टी के एजेंडे में अनवरत होने वाले परिवर्तन इसकी गवाही देते हैं।
उत्तर भारत में दलितों की आवाज़ बनकर उभरीं मायावती पर ये आरोप बीते दो सालों से लग रहे थे कि वह बीजेपी के प्रति नरम हैं या उनकी अंदरखाने उससे कोई साठगांठ है।