कैपिटल बिल्डिंग यानी अमेरिकी संसद भवन हिंसा की राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने निंदा की है। लेकिन ट्रंप ने हिंसा भड़काने में अपनी भूमिका के बारे में कुछ नहीं बोला।
अमेरिकी संसद पर ट्रंप समर्थकों के हमले का क्या नतीजा होगा? ट्रंप के कौनसे बयान ने भड़काई हिंसा ? किसानों की 26 जनवरी के लिए क्या हैं तैयारियाँ? पेट्रोल-डीज़ल की कीमत आसमान पर! देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। अमेरिकी संसद पर हमले में भारत का झंडा लेकर दिखा शख्स । ‘किसानों आंदोलन में हो सकते हैं तबलीगी जमात जैसे हालात’
ट्रंप ने क्या कहकर लगाई ‘आग’, देखिए सबूत! क्या 20 जनवरी से पहले ही अब हटाए जाएंगे ट्रंप ? 26 जनवरी के लिए किसानों की ज़ोरदार तैयारी! देखिए वरिष्ठ पत्रतकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
अमेरिका में वह हो गया जिसकी आशंका लंबे समय से जताई जा रही थी। ट्रंप समर्थकों ने अमेरिकी कांग्रेस पर ही हमला बोल दिया। यह तब हुआ जब संसद जो बाइडन के राष्ट्रपति होने की औपचारिकता पूरी करने के लिये बैठी थी।
डॉनल्ड ट्रंप हारने के बाद भी तमाशा क्यों कर रहे हैं? राष्ट्रपति चुनाव हारने के बावजूद डॉनल्ड ट्रंप हार मानने को राज़ी नहीं! क्या अब भी जो बाइडन की जीत का रास्ता रुक सकता है? आख़िर ट्रंप इतना तमाशा क्यों कर रहे हैं?
ट्रंपवादियों की उग्र भीड़ मंगलवार से ही कैपिटल हिल या संसद भवन के सामने डोनल्ड ट्रंप के समर्थन में और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन तथा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के विरोध में प्रदर्शन कर रही थी।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। US: संसद परिसर में ट्रंप समर्थकों का बवाल, 4 की मौत । अमेरिकी संसद परिसर को ट्रंप समर्थकों ने बना दिया युद्धक्षेत्र
अमेरिका में कैपिटल बिल्डिंग हिंसा पर दुनिया के नेताओं ने दुख जताया है। उन्होंने बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों द्वारा यूएस कैपिटल में ऐसी हिंसात्मक कार्रवाई की निंदा की। जानिए, मोदी और बोरिस जॉनसन ने क्या कहा...
कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के बाद ट्विटर, फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का एकाउंड ब्लॉक कर दिया है। ऐसा शायद पहली बार है कि किसी राष्ट्र के प्रमुख का सोशल मीडिया एकाउंट इतने बड़े स्तर पर ब्लॉक किया गया हो।
अमेरिका में डोनल्ड ट्रंप के हार न मानने से जिस हिंसा का डर था वही हुआ। कैपिटॉल हिल में 4 लोग मारे गये। 52 लोगों को गिरफ़्तार किया गया। हिंसा के बाद सांसदों की बैठक करने वाली जगह कैपिटल बिल्डिंग को बंद करना पड़ा था।