अंतरधार्मिक शादियों के ख़िलाफ़ यूपी पुलिस किस कदर हाथ धोकर पीछे पड़ी है, वह एटा ज़िले के एक मामले में भी दिखता है। एक लड़की ने घर छोड़ा, धर्मांतरण किया और एक मुसलिम युवक से दिल्ली में शादी कर ली।
उत्तर प्रदेश में 'लव जिहाद' यानी ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण क़ानून के दो अलग-अलग चेहरे दिखने लगे हैं। इस क़ानून के बाद 12 घंटे के अंतराल में दो केस दर्ज कराए गए। एक केस में लड़के को जेल भेजा और लड़की को अलग कर सरकार के संरक्षण में रखा गया।
उत्तर प्रदेश में 'लव जिहाद' यानी ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण से जुड़े अध्यादेश के तहत बरेली में जो पहला केस दर्ज किया गया है उसी में पुलिस का रवैया संदेहों में घिर गया है। आरोप है कि पुलिस के दबाव में यह केस दर्ज कराया गया है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। यूपी : हिन्दू लड़की की मुस्लिम लड़के से शादी को पुलिस ने रुकवाया।बातचीत में सरकार ने कृषि क़ानूनों में 8 संशोधन करने को कहा
ब्रज क्षेत्र के वातावरण को पिछले 7 दिन में नष्ट कर डाला गया। मथुरा और आगरा के इसलामिक धार्मिक केंद्रों पर कट्टरपंथी युवाओं ने उत्पात मचाया। पुलिस की कार्रवाई े साफ़ है कि वह इन लोगों को बचाना चाहती है।
उत्तर प्रदेश में ऐसे लोगों की पहचान करने को क्यों कहा गया है कि कोई संदिग्ध बांग्लादेशी तो नहीं है? घूमंतु लोगों के पास कागजात नहीं होने पर उनके साथ क्या किया जाएगा? उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले ऐसा फ़ैसला क्यों? देखिए आशुतोष की बात में क्या हैं इसके मायने।
क्या असम के तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी एनआरसी लागू किया जाएगा? यह सवाल इसलिए अहम है कि यूपी पुलिस प्रमुख ने सभी ज़िला सुपरिटेंडेंड को चिट्ठी लिख कर कहा है कि वे अपने इलाक़े में बांग्लादेशियों की पहचान करें।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले में पुलिस वालों ने एक मोटरसाइकिल सवार को बीच सड़क पर बुरी तरह पीटा, घटना का वीडियो वायरल होने के बाद दोनों निलंबित, विभागीय जाँच का आदेश।